“ऑपरेशन कालनेमी में दून पुलिस की बड़ी कार्रवाई — नकली पहचान से लड़कियों को फँसाने वाला कश्मीर का युवक दोबारा हिरासत में”
पहचान और धर्म छिपाकर भोली-भाली युवतियों को प्रेमजाल में फँसाने का आरोप, पत्नी की लिखित शिकायत पर फिर हुई गिरफ्तारी

🔥 देहरादून में ‘कालनेमी’ का शिकार!
देहरादून में ऑपरेशन कालनेमी के तहत पुलिस ने एक बार फिर नकली पहचान बनाकर लड़कियों को धोखा देने वाले युवक को पकड़ लिया है।
यह आरोपी पहले भी पकड़ा गया था — छोड़े जाने के बाद फिर वही करतूत शुरू कर दी!
📍 कौन है यह आरोपी?
पुलिस के अनुसार, आरोपी इफराज अहमद लोलू पुत्र इकबाल, निवासी अनंतनाग (जम्मू-कश्मीर) है, जो इस समय डीबीएस कॉलेज, सेलाकुई में रह रहा था।
उस पर आरोप है कि वह अपना धर्म और असली नाम छिपाकर ‘राज आहूजा’ बन जाता था, खुद को दिल्ली का अमीर युवक बताता था और भोली-भाली लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फँसाता था।
📞 पत्नी ने खोला राज
इस बार मामला तब तूल पकड़ा, जब आरोपी की पत्नी नाजरीन (निवासी शेरपुर, थाना सहसपुर) ने थाने में लिखित शिकायत दी।
शिकायत में साफ कहा गया —
“ये मेरी जिंदगी ही नहीं, कई मासूम लड़कियों की ज़िंदगी बर्बाद कर रहा है। अपना नाम-धर्म बदलकर धोखा दे रहा है।”
⚡ पहले भी हुई थी कार्रवाई
कुछ समय पहले गोपनीय सूचना पर सेलाकुई पुलिस ने आरोपी को ऑपरेशन कालनेमी के तहत हिरासत में लिया था और धारा 172 बीएनएसएस में कार्यवाही कर छोड़ दिया था।
लेकिन जैसे ही पुलिस को उसके दोबारा सक्रिय होने की खबर मिली, इस बार धारा 319/319(2) बीएनएस के तहत केस दर्ज कर तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।
👮♂️ ‘ऑपरेशन कालनेमी’ क्यों?
मुख्यमंत्री के निर्देश पर पूरे उत्तराखंड में यह विशेष अभियान चल रहा है,
ताकि अपनी पहचान छिपाकर लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करने वालों पर कड़ा शिकंजा कसा जा सके।
🔚 चेतावनी और सबक
देहरादून की यह घटना चेतावनी है —
सोशल मीडिया, कॉलेज या किसी भी नए रिश्ते में पहचान की सच्चाई जानना जरूरी है।
क्योंकि हर चमकती चीज़ सोना नहीं होती!
