जिलाधिकारी सविन बंसल ने ताबड़तोड़ आदेश जारी किए—सीमा पर चेक पोस्ट, रैंडम सैंपलिंग, और पोल्ट्री फार्म की सख्त निगरानी शुरू।
📢 ओपनिंग
यूपी में बर्ड फ्लू की दस्तक और देहरादून में सायरन बजा अलर्ट मोड!
14 अगस्त की सुबह, जिला प्रशासन की आपात बैठक में जिलाधिकारी सविन बंसल ने साफ शब्दों में कहा—
“अब लापरवाही की ज़रा भी गुंजाइश नहीं।”
और कुछ ही घंटों में पूरे जिले में सख्त निगरानी का जाल बिछ गया।

🔹 ‘अदृश्य दुश्मन’ से जंग
एवियन इन्फ्लूएंजा, यानी बर्ड फ्लू—एक ऐसा वायरस जो पक्षियों के साथ-साथ इंसानों में भी दस्तक दे सकता है।
हालांकि जिले में अभी तक कोई केस नहीं, लेकिन खतरे को भांपते हुए प्रशासन ने पहले ही मोर्चा संभाल लिया।
🔹 सीमाओं पर ‘सख्त पहरा’
पुलिस को आदेश—यूपी से आने वाले जिंदा मुर्गे, अंडे और मांस पर तुरंत रोक।
सीमाओं पर चेक पोस्ट स्थापित, हर वाहन की सघन जांच।
“कोई भी संदिग्ध खेप भीतर नहीं जाएगी,” पुलिस अधिकारियों का साफ संदेश।
🔹 पोल्ट्री फार्म पर कड़ी नजर
देहरादून के सभी 170 पोल्ट्री फार्म में अगले तीन दिन में रैंडम सैंपलिंग का आदेश।
पशुपालन विभाग को रोज़ाना निगरानी करने, और किसी भी असामान्य स्थिति पर तुरंत अलर्ट जारी करने के निर्देश।
🔹 पानी और परिंदों पर निगरानी
वन विभाग को आदेश—तालाब, झील और नदियों के किनारे रहने वाले पक्षियों पर 24 घंटे पैनी नजर।
कोई भी पक्षी मृत या बीमार मिले तो तुरंत पशु चिकित्सा विभाग को सूचना।
🔹 बाजार में भी सख्ती
अनाधिकृत मीट की दुकानों पर कार्रवाई तेज़—“बिना लाइसेंस कारोबार अब बंद होगा,” प्रशासन ने चेताया।
पोल्ट्री व्यापारियों और एसोसिएशन को जागरूक करने के लिए सभी एसडीएम और नगर निकायों को भी मैदान में उतार दिया गया।
🔹 ‘तैयारी ही सबसे बड़ा हथियार’
जिलाधिकारी ने कहा—
“हमें बर्ड फ्लू को देहरादून की दहलीज़ तक भी नहीं पहुंचने देना है।”
💬 क्लोजिंग लाइन
खतरा अदृश्य है, लेकिन सतर्कता सबसे बड़ा बचाव।
क्योंकि जब वायरस दस्तक देता है, तब तैयारी के लिए देर हो चुकी होती है।
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