🌊 भूस्खलन और आपदा से जूझते धराली-हर्षिल में बढ़ी हलचल
आपदा की मार झेल रहे धराली क्षेत्र में सोमवार को महामहिम राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि) पहुंचे।
राज्यपाल ने प्रभावित इलाकों का जायजा लिया और मौके पर मौजूद स्वास्थ्य अधिकारियों को साफ निर्देश दिए –
👉 “आपदा प्रभावित परिवारों को हर हाल में चिकित्सकीय सहायता मिले, किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं।”

🏥 स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत – CMO का दो दिवसीय निरीक्षण
राज्यपाल के दौरे के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी.एस. रावत खुद धराली और गंगोत्री मार्ग पर बने सभी हेल्थ सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा –
👉 “किसी भी मरीज की देखभाल में कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी। जब तक हालात सामान्य नहीं होते, स्वास्थ्य टीमें चौकन्नी रहेंगी।”
🤰 गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान
आपदा क्षेत्र में सबसे बड़ी चिंता गर्भवती महिलाओं को लेकर जताई गई।
CMO ने निर्देश दिए कि जिनका प्रसवकाल नज़दीक है, उन्हें तुरंत भटवाड़ी PHC या जिला चिकित्सालय में शिफ्ट किया जाए।
साथ ही, सभी इकाइयों को जीवनरक्षक दवाइयाँ, ऑक्सीजन और आवश्यक उपकरण पर्याप्त मात्रा में रखने के आदेश दिए गए।

🚑 हेल्थ टीम की तैनाती – डॉक्टर, पैरामेडिकल और एम्बुलेंस तैयार
धराली और हर्षिल क्षेत्र में वर्तमान में:
- 01 फिज़िशियन
- 02 चिकित्सा अधिकारी
- 12 पैरामेडिकल स्टाफ
- 03 एम्बुलेंस (धराली-हर्षिल)
- 02 एम्बुलेंस (गंगनानी)
तैनात हैं।
डॉ. रावत ने भटवाड़ी PHC में भर्ती मरीजों से भी मुलाकात कर उनका हालचाल लिया।
💬 स्थानीय रंग और भावनाएँ
आपदा की मार झेलते लोगों के लिए यह दौरा उम्मीद की किरण लेकर आया।
लोगों का कहना है कि प्रशासन की सक्रियता और स्वास्थ्य सेवाओं की मौजूदगी से उन्हें अब “सुरक्षा और सहारा” महसूस हो रहा है।
🔚 समापन लाइन
धराली और हर्षिल की पहाड़ियाँ भले ही मलबे और डर से दबी हों, लेकिन यह दौरा और स्वास्थ्य सेवाओं की चौकसी एक संदेश देती हैं—
👉 “आपदा बड़ी हो सकती है, पर इंसानियत और सेवा की ताक़त उससे कहीं बड़ी है।”
