🩺 उत्तरकाशी में बच्चों के लिए नई उम्मीद
“हर बच्चे की मुस्कान रहे मीठी, पर बीमारी नहीं!”
🌈 उत्तरकाशी से शुरू हुई इंसुलिन और उम्मीद की नई उड़ान
शनिवार को जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी से एक नई पहल ने उड़ान भरी — “ग्लूकोज उपचार एवं बाल आरोग्य रक्षा अभियान (GUBARA)”, यानी ‘गुबारा क्लीनिक’ का शुभारंभ हुआ।
इस क्लीनिक का उद्देश्य है — टाइप 1 (बाल) मधुमेह से पीड़ित बच्चों और युवाओं को बेहतर उपचार, इंसुलिन मॉनिटरिंग और निःशुल्क जांच किट उपलब्ध कराना।

👨⚕️ “हर बच्चे तक पहुंचे उपचार” — सीएमओ डॉ. बी.एस. रावत
उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता कर रहे मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बी.एस. रावत ने कहा,
“हमारा लक्ष्य है कि जनपद का कोई भी बच्चा इंसुलिन या जांच की कमी से वंचित न रहे। अब हर बच्चे की सेहत हमारी प्राथमिकता है।”
उन्होंने जनता से अपील की —
“जनपद की सभी चिकित्सा इकाइयों में मधुमेह की जांच निःशुल्क की जा रही है। कृपया अपने बच्चों की समय पर जांच करवाएं और टाइप 1 मधुमेह से पीड़ित बच्चों का जिला चिकित्सालय में पंजीकरण अवश्य कराएं।”
🧒 मधुमेह से जूझते बच्चों को मिलेगी राहत
‘गुबारा क्लीनिक’ उन बच्चों के लिए वरदान साबित होगी जो जन्मजात या बचपन से ही मधुमेह से पीड़ित हैं।
यहाँ बच्चों को मिलेगा —
- इंसुलिन की नियमित मॉनिटरिंग
- निःशुल्क मधुमेह जांच एवं किट
- सतत फॉलोअप और काउंसलिंग
🏥 कार्यक्रम में रही स्वास्थ्य विभाग की मजबूत मौजूदगी
इस मौके पर प्रमुख अधीक्षक डॉ. पी.एस. पोखरियाल,
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. दानिश जमाल,
एनसीडी क्लीनिक के चिकित्सक डॉ. अनुभव रावत,
फार्मासिस्ट कुशला शाह,
जिला सलाहकार ज्ञानेन्द्र पंवार सहित अनेक अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
💬 “गुबारा” सिर्फ एक क्लीनिक नहीं, एक मिशन है!
स्थानीय चिकित्सकों का मानना है कि यह पहल उत्तरकाशी जैसे पर्वतीय जिलों के लिए बेहद अहम है,
जहाँ संसाधनों की कमी के कारण कई बच्चे अब तक नियमित इलाज नहीं पा रहे थे।
🌄 आख़िर में — हर बच्चे के लिए सेहत का गुबारा!
उत्तरकाशी की यह पहल सिर्फ एक स्वास्थ्य कार्यक्रम नहीं, बल्कि हर बच्चे को स्वस्थ जीवन देने की दिशा में उठाया गया संवेदनशील कदम है।
अब “गुबारा” सिर्फ आसमान में नहीं, हर बच्चे की सेहत में भी उड़ान भरेगा। 🎈
