परेड ग्राउंड में धधकता आंदोलन, कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने भरी हुंकार 💪
देहरादून का परेड ग्राउंड सोमवार को एक बार फिर सरकार के खिलाफ नारों से गूंज उठा। उपनल कर्मचारियों के चल रहे धरने में पहुंचे प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने सरकार को खुली चेतावनी दी —
“अबकी बार सिर्फ वादे नहीं, निर्णय होगा! अगर सरकार नहीं मानी, तो लड़ाई आर-पार की होगी।”
“समान काम, समान वेतन” पर फिर गरजा विपक्ष ⚖️
धस्माना ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल ने सात साल पहले और उच्चतम न्यायालय ने एक साल पहले ही आदेश दिए थे — समान काम के लिए समान वेतन और कर्मचारियों का चरणबद्ध नियमितीकरण।
“दोनों अदालतों ने सरकार को साफ निर्देश दिए, लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी है। अब यह लड़ाई निर्णायक होगी।” — सूर्यकांत धस्माना
सरकार को दी कड़ी चेतावनी 🚨
धस्माना ने मंच से दो टूक कहा —
“अगर सरकार अब भी कोर्ट के आदेशों का सम्मान नहीं करती, तो कर्मचारियों को आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा। कांग्रेस इस संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी।”
धामी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप 🗣️
कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई बार उपनल कर्मचारियों की मांगों को मानने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई।
“अब पानी सिर से ऊपर गुजर चुका है, सरकार सिर्फ आश्वासन देती है — समाधान नहीं।”
कांग्रेस का ऐलान – “सत्ता में आए तो करेंगे कोर्ट आदेश लागू” ⚖️
धस्माना ने साफ कहा —
“अगर कांग्रेस की सरकार बनी, तो हम न्यायालय के आदेशों का तुरंत पालन कर कर्मचारियों का हक दिलाएंगे।”
उनके साथ राष्ट्रीय प्रवक्ता सुजाता पॉल, मदन लाल, और रघुबीर सिंह बिष्ट ने भी धरने में पहुंचकर कर्मचारियों को समर्थन दिया। मंच से “उपनल कर्मचारियों एकता जिंदाबाद” और “समान वेतन हमारा अधिकार” जैसे नारे गूंजते रहे।
🔥 जनता का सवाल – कब मिलेगा न्याय?
परेड ग्राउंड की भीड़ में हर चेहरे पर एक ही सवाल था — “जब अदालतें तक कह चुकीं, तो फिर सरकार क्यों चुप है?”
✊ अंत में एक सन्देश:
देहरादून की ठंडी हवाओं में अब आंदोलन की तपिश है। कर्मचारियों की मांगें सिर्फ आर्थिक नहीं — सम्मान और न्याय की लड़ाई हैं। और जैसा धस्माना ने कहा —