देहरादून। उत्तराखंड क्रान्ति दल ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मांगों के समर्थन में धरना दिया। दल ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मांगों को लेकर जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा। यूकेडी का कहना है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मांगों को शीघ्र माना जाए। सरकार ने दो माह के आंदोलन के बाद भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मांगों को नहीं माना, उलट सरकार आगनबाड़ी कार्यकत्रियों की सेवा समाप्त की धमकी दे रही है। कुछ कार्यकत्रियों को कार्यवाही नोटिस भेजे गए हैं जिसका दल घोर विरोध करता है।
गिरीश गैरोला
यूकेडी का कहना है कि लोकतंत्र में हर किसी को अपने हक के लिए लड़ने का लोकतांत्रिक अधिकार है, आगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से अपने हक की मांग की जा रही है। कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को उनके काम के अनुरूप न्यूनतम मानदेय प्रतिदिन 600 रुपये के हिसाब से मासिक रु० 18000 दिया जाय। आगनबाड़ी सहायिकाओं को कार्यकत्रियों के मानदेय का 75 प्रतिशत दिया जाय। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की विभागीय पदोन्नति किया जाय, तथा आयु सीमा हटाते हुए, कार्यकत्री पद रिक्त होने पर उसी केंद्र की सहायिका को वरीयता दिया जाय। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को वरिष्ठता के अनुरूप प्रतिवर्ष मानदेय दिया जाय।आगनबाड़ी कार्यकत्रियों को दीपावली बोनस दिया जाय तथा जब भी परियोजनाओं में किसी कार्य के लिए बुलाये जाने पर यात्रा भत्ता दिया जाय।आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवम सहायिकाओं पर की गयी कार्यवाही निरस्त किया जाय।’उत्तराखंड क्रान्ति दल द्वारा घोषित कार्यक्रम जिसमे आगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री घेराव से सरकार झुकी वार्ता करने को तैयार हुई व 4 फरवरी तक सकारात्मक हल निकाला जाएगा। यह विभागीय सचिव सौजन्या के द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से वार्ता में बताया इसलिए मुख्यमंत्री आवास घेरााव कार्यक्रम 4 फरवरी तक स्थगित कर दिया। ’सरकार की तरफ से यह हल उत्तराखंड क्रान्ति दल व आगनबाड़ी कार्यकत्रियों की जीत है। दल के अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने घोषणा कि आंगनबाड़ी आंदोलन को लेकर सरकार अनशन की घोषणा से सरकार एक कदम पीछे हटकर वार्ता के लिए तैयार हुई।’उत्तराखंड क्रान्ति दल द्वारा मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन धरना स्थल पर उपजिलाधिकारी को सौंपा गया। इस मौके पर हरीश पाठक, ,एपी जुयाल, लताफत हुसैन, आशीष नौटियाल, पीसी थपलियाल, सुनील ध्यानी, डीके पाल, शांति भट्ट, विजय बौड़ाई, सुभाष पुरोहित, प्रमिला रावत, राजेश्वरी रावत, राणा, उत्तम रावत, खलीक अहमद,फुरकान, समीर मुखर्जी, अशोक नेगी, जितेंद डंगवाल, प्रेम पडियार, अजीत बत्र्वाल, संजीव शर्मा, ललिता बुद्धा आदि शामिल हुए।