देहरादून। उत्तराखंड कॉर्बेट टाइगर रिजर्व ने एक समय गैंडे की मौजूदगी थी, लेकिन धीरे- धीरे यहां गैंडे विलुप्त होते चले गए। जिसके बाद अब राज्य सरकार असम से यहां गैंडे लाने का प्रयास कर रही है। जिसके लिए विभागीय अधिकारियों ने कवायद तेज कर दी है। वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने असम के मुख्यमंत्री से काजीरंगा पार्क से गैंडे को कॉर्बेट में शिफ्ट करने को लेकर बात की थी। जिसके बाद असम के मुख्यमंत्री ने अपनी सहमति जताई थी।
इस मामले में प्रदेश के प्रमुख वन संरक्षक का कहना है कि आगामी छह महीनों के अंदर असम से करीब 12 गैंडे कॉर्बेट में लाए जाएंगे। गौर हो कि पिछले साल भारतीय वन्यजीव संस्थान ने उत्तराखंड में फिर से गैंडों को बसाने के प्रस्ताव पर 26 नवंबर 2019 को हुए बैठक में विचार विमर्श किया गया था। इसके बाद असम से कुछ गैंडे लाने के लिए राज्य सरकार ने मंजूरी दी थी. इसी सिलसिले में पहले चरण में 12 गैंडे लाने पर सहमति बनी है। जिसमे चार नर और आठ मादा गैंडा शामिल है। वन विभाग के प्रमुख वन संरक्षक जय राज ने बताया कि द ग्रेट इंडियन राइनोसेरॉस पहले कार्बेट के लैंडस्केप में पाया जाता था। लेकिन धीरे- धीरे ये गैंडे विलुप्त हो गए। लिहाजा, असम से गैंडों को उत्तराखंड लाने की तैयारी चल रही है. उम्मीद है कि जल्द ही कॉर्बेट आने वाले सैलानियों को यहां गैंडे देखने को मिलेगा।