देहरादून। भाजपा सरकार के कार्यकाल में शिक्षा क्षेत्र का बंटाधार हो चुका है। स्कूलों में शिक्षक नहीं है तथा उच्च शिक्षा में नियुक्तियों में भारी अनियमितताएं बरती जा रही है और छात्रवृत्ति घोटाले ने सरकार की जीरो टालरेंस की कलई खोलकर रख दी है। यह बात आज पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने कही। श्री नैथानी ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में अनेक बुनियादी काम शिक्षा क्षेत्र में विकास के लिए किये थे। जिन्हें सरकार ने पलीता लगा दिया है।
गिरीश गैरोला
उन्होंने कहा कि प्रदेश की पहली एनसीसी अकादमी जिसका देवप्रयाग, श्रीकोट माल्डा में उद्घाटन हो चुका है सरकार द्वारा अभी तक उसे लटका कर रखा हुआ है। मंत्री प्रसाद नैथानी ने कुमांऊ विश्वविघालय में कुलपति की नियुक्ति का मुद्दा उठाते हुए कहा कि गत वर्ष कुलपति नौटियाल को सरकार की गलत नीति रीति के कारण ही इस्तीफा देने पर विवश होना पड़ा था। तब से लेकर आज तक कार्यवाहक कुलपति के.एस.राणा नियम विरूद्व कुर्सी पर बैठे हुए है। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय को इस पद पर अपनी यूनिवर्सिटी के किसी योग्य प्रोफेसर को बिठाना चाहिए था लेकिन आगरा से लाकर राणा को इस महत्वपूर्ण पद पर बैठा दिया गया। उन्होने कहा कि सरकार इस पद पर किसी योग्य व्यक्ति की नियुक्ति करने की बजाय उनका बार बार कार्यकाल बढ़ाती जा रही है।
उन्होने हैरानी व्यक्त करते हुए कहा कि 15 दिसम्बर को तीस अभ्यार्थियों में से तीन व्यक्तियों के नाम का पैनल राज्यपाल के पास भेजा गया था लेकिन राज्यपाल इतने दिनों में इस पर फैसला नहीं ले सकी है। वहीं एक कार्यवाहक कुलपति द्वारा स्थायी शिक्षकों व कर्मचारियों की नियुक्तियंा की जा रही है। जो अत्यन्त ही संन्देहात्मक हैै। उन्होने कहा कि सब कुछ सरकार के संज्ञान में है फिर भी सरकार आंखे मूंदे बैठी है।