हरिद्वार। छात्रवृत्ति घोटाले में भगवानपुर स्थित हिमालयन दून एकेडमी के प्राचार्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। घोटाले की जांच कर रही एसआइटी की तरफ से कॉलेज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। छानबीन में आरोपित प्राचार्य के खिलाफ ठोस सुबूत मिलने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। कॉलेज संचालक भी एसआइटी के राडार पर है। एसआइटी की तरफ से अब तक दर्ज कराए गए 41 मुकदमों में यह 33वीं गिरफ्तारी है।
छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही एसआइटी ने पिछले दिनों भगवानपुर के सिकंदरपुर में स्थित हिमालयन दून एकेडमी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जांच में सामने आया कि समाज कल्याण विभाग ने वर्ष 2014 से वर्ष 2017 के बीच कॉलेज को करीब ढाई करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति दी। एसआइटी ने छात्रों का भौतिक सत्यापन किया तो पता चला कि बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं से दस्तावेज निश्शुल्क प्रवेश देने के नाम पर लिए गए थे। बाद में इन दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल कर छात्रवृत्ति की रकम हड़प ली गई। जांच में कॉलेज प्राचार्य गौरव निवासी चाव मंडी रुड़की और कॉलेज संचालक राजीव भारद्वाज निवासी आदर्शनगर रुड़की के खिलाफ ठोस सुबूत हाथ लगे। बुधवार को कॉलेज प्राचार्य गौरव कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। एसआइटी प्रभारी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि बाकी कॉलेजों की पड़ताल भी अभी जारी है। जिन कॉलेज संचालकों के खिलाफ सुबूत मिल रहे हैं, उनकी गिरफ्तारी लगातार की जा रही है। एसआइटी की जांच में सामने आया है कि छात्रवृत्ति की रकम हड़पने के लिए बड़ी संख्या में छात्रों से शैक्षणिक और आधार कार्ड, पहचान पत्र जैसे दस्तावेज लेकर उनके नाम से बैंक में खाते खुलवाए गए। इन खातों का संचालन आरोपित प्राचार्य गौरव और संचालक राजीव भारद्वाज खुद कर रहे थे। समाज कल्याण विभाग की ओर से खातों में रकम जारी होने पर दोनों लोग रुपये निकाल लेते थे।