देहरादून। कलेक्टेªट सभागार में बेटी बचाओ, बेटी पढाओ जिला टास्कफोर्स की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने लड़कियों के बार में संवेदना प्रकट करने के लिए लड़कियों के स्कूलों में ही नही बल्कि लड़के वाले स्कूलों में भी जागरूकता कार्यक्रम संचालित करवायें।
गिरीश गैरोला
उन्होंने कहा कि आगंनवाड़ी कार्यकत्रियों व आशा कार्य कत्रियों के माध्यम से परिवारों में जन्म लेने वाले बेटा एवं बेटी वाले घरों में निशान लगायें साथ ही पोषण जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए कन्वर्जेंस करवायें। उन्होंने बताया कि जनपद में लिंगानुपात का गहन सर्वेक्षण करवाते हुए कालसी एवं डोईवाला क्षेत्र में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि मलिन बस्तियों के स्कूल जाने से छूटने वाली बच्चियों को भी स्कूल तक पंहुचाने की जिम्मेदारी बाल विकास विभाग की है। इसके अलावा भीख मांगने वाली लड़कियों को भी स्कूलों तक पंहुचायें तथा ऐसे बच्चों के माता-पिता को भी स्कूलों में बुलायें। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए कैरियर कांउसिलिंग कौशल विकास के लिए स्कूलों में पढने वाली छात्राओं को ब्रांड अम्बेस्डर बनायें। उन्होंने कहा कि परिवारों में प्रथम बच्ची के जन्म होने पर उन्हें बेबी किट भी प्रदान करें। इसके अलावा अन्तर्विभागीय जागरूकता कार्यक्रम चलायें साथ ही अच्छा कार्य करने वालों को प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि गांव कस्बों में जम्न लेने वाली बच्चियों के लिए ग्राम पंचायतों नगर पालिकाओं में रजिस्टर बनाया जाय तथा लोगों से चर्चा की जाय। उन्होंने कहा कि महिला दिवस की पूर्व संध्या 7 मार्च को विभिन्न स्थानों पर महिला सशक्तीकरण के कार्यक्रम आयोजित किये जायं।महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित बेटी बचाओ, बेटी पढाओ की द्धितीय किश्त की प्रस्तावित कार्य योजना की जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास डाॅ अखिलेश मिश्रा ने अवगत कराया कि महिलाओं एवं बालिकाओं के कल्याण हेतु विभिन्न प्रकार की गतिविधियां चलाई जा रही हैं, जिसमें बालिकओं के कल्याण कि लिए उत्तराखण्ड महिला समेकित योजना चलाई जा रही है तथा बालक एवं बालिकाओं के स्वास्थ्य की जांच हेतु चिकित्सा विभाग द्वारा आवश्यक सहयोग लिया जा रहा है जनपद के एम.के.पी, डिग्री कालेज डोईवाला एवं डाकपत्थर की बालिकाओं को महिला कानून एवं अधिकारों की जानकारी के साथ ही कैरियर कांउसिलिंग के क्षेत्र में राॅल माॅडल बनाया जायेगा। उन्होंने कुपोषण प्रोपर न्यूट्रेशन प्रसवोत्तर कार्यक्रम तथा दो साल तक बच्चे तथा माॅ की देखभाल के सम्बन्ध में जानकारी जुटाते हुए उन्हें सरकारी सुविधाएं दी जा रही है। उन्होंने बताया कि 50-50 लड़कियों के गु्रप को विभिन्न सरकारी संस्थानों एक्सपोजर विजिट कराया जायेगा। इसके अलावा शिक्षा ग्रहण करने से छूटे बालिकाओं को विद्यालयों में पुनः प्रवेश करने के साथ ही हिमोग्लोविन टेस्ट, आयरन फालिक दवा वितरण का कार्य भी चलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि बालिकाओं के माध्यम से दीवार लेखन का कार्य किया जायेगा, जिसमें बेटी बचाओ, बेटी पढाओ अभियान का लोगो भी सम्मिलित किया जायेगा।जिला टास्कफोर्स की इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जी एस रावत ने महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं यथा बालिका शौचालय निर्माण एवं बालिका कल्याण के सम्बन्ध में तथा उन्हें दिये जाने वाले विभिन्न प्रोत्साहन एवं पुरस्कारों के सम्बन्ध में बाल विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी बैठक में दी। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्रा, सामान्य प्रबन्धक जिला उद्योग शिखर सक्सेना, जिला पंचायत राज अधिकारी एम. जफर खान, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक वाई.एस चैधरी समेत विभिन्न विकासखण्डों के सीडीपीओ के अलावा महिला सशक्तीकरण से जुड़े संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।