पहाड़ो को मिलेगी पर्यावरण की कीमत:#मेरुरैबार

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उत्तरकाषी 17 अक्टूबर 2018 (सूचना)
15वें वित आयोग की टीम के अध्यक्ष एन.के सिंह गंगोत्री में

गिरीश गैरोला

15 वे वित्त आयोग से उत्तराखंड के पहाड़ो को उम्मीद बंधती दिखाई दे रही है। पर्यावरण के नाम पर पहाड़ो के हिस्से में बंदिशें और मेट्रो सिटीज के हिस्से में आधुनिकता सदैव से अति रही है क्योंकि विकास के लिए धन का आवंटन भी इसी तर्ज पर हुआ। वित्त आयोग की टीम द्वारा गंगा के उदगम गंगोत्री में चर्चा इस बात का गवाह है कि उन्होंने गंगा के मार्ग की विविधता को जरूर महसूस किया होगा। सूबे के सचिव अमित नेगी के साथ डीएम आशीष चौहान की बेहतर प्रजेंटेशन से पर्यावरण के प्रहरियों को हरियाली और शुद्धता की कीमत समझाने का जो प्रयास किया गया है वो पहाड़ो के बेहतर भविष्य की सुगबुगाहट है।

15वें वित्त आयोग की टीम  एनके सिंह की अध्यक्षता में  बुधवार को गंगोत्री धाम पंहुची। आयोग की टीम व वित्त मंत्री मंत्री प्रकाष पंत, गंगोत्री विधायक  गोपाल सिंह रावत का गंगोत्री पंहुचने पर पारम्परिक वाद्य यंत्रों के साथ ही फुलमालाओं से जोरदार स्वागत किया गया।


इसके उपरान्त सभी अतिथियों द्वारा गंगा आरती कर मां गंगा के दर्षन कर पूजा अर्चना की।
वित्त मंत्री व क्षेत्रीय विधायक व जिलाधिकारी डा. अषीश चौहान ने आयोग के साथ बैठक में जनपद के बारे में विस्तार से जानकारी दी व जनपद की बुकलेट भी आयोग को प्रदान की गई।
वित्त मंत्री प्रकाष पंत ने कहा कि 15वां वित्त आयोग की टीम राज्य के भ्रमण पर हैं जो बुधवार प्रातः हर्शिल होते हुए गंगोत्री पंहुची ।इस टीम को उच्च हिमालय क्षेत्रों का भ्रमण कराया जा रहा हैं जहां विषम परिस्थियां हैं। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण क्षेत्र इको सेंसेटीव जोन हैं इन हिमालयी क्षेत्रों से  देश और दुनिया को हम सर्विसेज सेवाएं दे रहें हैं। तथा इन क्षेत्र व क्षेत्रवासियों की कठिन परिस्थितियों से आयोग को अवगत कराया जा रहा हैं। ताकि यहां की विषम परिस्थितियों  को ध्यान में रखकर आयोग अपनी रिर्पोट (सिफारिषें) केन्द्र सरकार को दें।उन्होंने कहा कि आयोग की टीम को गढ़वाल के साथ ही कुमांउ की भौगोलिक परिस्थितियों को दिखाया जाएगा।


वित्त मंत्री श्री पंत ने कहा कि आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त कार्यो को प्राथमिकता से किया जा रहा हैं। कुछ कार्य वन अधिनियम के अन्तर्गत लंवित हैं उन्हें भी निस्तारित कर प्रारम्भ किया जाएगा। नमामि गंगे के तहत गंगा के तटों, स्नान घाटों व स्वच्छता के कार्य किए जा रहें हैं। उन्होंने कहा कि जिन रास्तों पर मां गंगा की यात्रा निकाली जाती हैं उनका भी निर्माण प्राथमिकता से किया जाएगा। गंगोत्री पुरोहितों की मांग पर उन्होंने कहा कि गंगोत्री क्षेत्र का सटलमेंट कार्य भी कराया जाएगा।
गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत ने कहा कि वित्त आयोग की केन्द्रीय टीम को गंगोत्री विधान सभा के साथ ही जनपद की विशम परिस्थितियों से अवगत करा दिया गया हैं। तथा मोरी अभ्यारण व गंगोत्री इको सेंसेटीव जोन व क्षेत्र की समस्याएं उनके समक्ष रखी गई हैं। साथ ही गंगोत्री के अन्तर्गत सेटलमेंट की समस्या भी बतायी गई हैं। उन्होंने कहा कि चहुमुखी विकास के लिए वित्त आयोग के आगे सभी बाते विस्तार रूप से रखी गई है ताकि उत्तरकाषी के विकास पर विषेश ध्यान दे सकें।
इस मौके पर आयोग की टीम के साथ ही सचिव वित्त अमित नेगी,जिलाधिकारी डा. आषीश चौहान,मुख्य विकास अधिकारी प्रषान्त आर्य, सीएमओ डा. विनोद नौटियाल, उप जिलाधिकारी देवेन्द्र नेगी, जिला विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह, सीवीओ डा. प्रलंयकरनाथ,समंबंधित अधिकारियों सहित मंदिर सचिव सुरेष सेमवाल व अन्य सदस्यगण मौजूद थे।

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