बैंक मैनेजर के अभद्र व्यवहार के चलते स्थानीय लोगों के आक्रोश सड़क पर बैंक कर्मचारियों को हटाने की मांग
आम तौर पर राज्य और केंद्र सरकारों की कार्यप्रणाली पर ही सवाल उठते रहे हैं और उसी अनुरूप जनता द्वारा धरना प्रदर्शन भी किए जाते रहे किंतु अब इस श्रेणी में बैंकिंग श्रेणी के अग्रणी बैंक स्टेट बैंक भी शामिल हो गए हैं जो अपनी अभद्र बोलचाल भाषा के लिए अक्सर विवादों में लंबे समय से चलते आ रहे है, बैंकिंग क्षेत्र में भले ही ग्राहक को भगवान का रूप बताया जाता हो किंतु किंतु बैंकिंग में अपना व्यवसाय बढ़ाकर काफी लीड लेकर आगे चल रहे स्टेट बैंक के कर्मचारी अब जनता के प्रति अत्यधिक लापरवाह नजर आ रहे हैं और अब पानी सर से ऊपर गुजरने लगा है, जब बैंक के कर्मचारी अपने ही उपभोक्ताओं से गाली गलौज पर उतारू हो रहे हैं । ताजा मामला टिहरी जिले के घुत्तू का है
टिहरी गढ़वाल घनसाली (घुत्तू)
– टिहरी जिले में घनसाली के घुत्तू स्टेट बैंक कर्मचारियों के अभद्र व्यवहार के चलते स्थानीय लोगों में आक्रोश स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया और बैंक अभद्र कर्मचारियों को हटाने की मांग की।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पिछले 6 माह से भारतीय स्टेट बैंक घुत्तू में खाता धारकों की पास बुक प्रिंट नही हो पा रही है और बैंक शाखा में लगे एटीएम में लगातार खराबी रहती है स्थानीय लोगों का आरोप है कि जब बैंक कर्मचारियों से खाता धारक अपने खातों की जानकारी लेना चाहता है तो बैंक कर्मचारी खाता धारकों से अभद्र व्यवहार कर गाली गलौच करते है
स्थानीय लोगों का कहना है कि सीमांत ग़ांव गंगी के लोग 20 किमी0 की पैदल दूरी तय कर एसबीआई की शाखा में पहुचते है तो उन्हें बैंक में कोई भी सुविधा उपलब्ध नही हो पाती है और लोगों को पैदल ही वापस लौटना पड़ता है, खाता धारक भरत सिंह असवाल जो कि एक दिव्यांग व्यक्ति है उनका आरोप है कि वो पिछले कई महीनों से बैंक का चक्कर काट रहे है भरत सिंह का कहना है कि वो पाँव से विकलांग है अथवा उन्हें किसी अन्य परिजन की सहायता से बैंक तक पहुचते है और पिछले कई महीनों से बैंक के चक्कर काट रहे है मगर निरास होकर घर लौट रहे है
बैंक कर्मचारियों के अभद्र व्यवहार से आक्रोशित स्थानीय लोगों का कहना है कि बैंक कर्मचारियों को घुत्तू शाखा से हटाया जाए और शाखा व एटीएम को सुचारू रूप से चलाया जाए ऐंसा न करने पर स्थानीय लोगों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है