सरकार नही आती जनता के द्वार।
सीएम के ओएसडी ने विभाग को लगाई फटकार।
तीन दिन का दिया अल्टीमेटम।
6 महीने से क्यों बंद पडी उत्तरकाशी जिले की सड़क।
गिरीश गैरोला
पूर्व प्रमुख डुंडा वर देई रावत ने लोक निर्माण विभाग की कार्य प्रणाली से खिन्न होकर मुख्य मंत्री दरबार मे अपनी अर्जी लगाई है। बताते चले कि डुंडा ब्लॉक में 7 किमी लंबी नाकुरी -सिंगोट मोटर मार्ग विगत 6 महीनों से पहाड़ी से मलवा आने से बंद है। मुख्य मंत्री त्रिवेंद्र रावत के मुख्य निजी सचिव मुकेश चंद्र जोशी ने मौके पर ही उत्तरकाशी लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता धीरेंद्र पुंडीर को दूरभाष पर तीन दिन में सड़क खोल कर सूचित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने विभाग के अभियंता को फटकार लगाते हुए कहा कि सरकार जनता के द्वार के नारे को ऐसे अधिकारी ही पलीता लगा रहे है।
एक महिला पूर्व प्रमुख को 200 किमी दूर राजधानी तक आकर अपनी बात मुख्यमंत्री को सुनानीपड़े तो सरकार की पहाड़ी मार्गो पर विकास की गाड़ी की स्पीड पर गिरते मलवे को साफ देखा जा सकता है।
बताते चले कि बरसात के दिनों में जब अक्सर लैंड स्लाइड होते ही रहते है उस वक्त आपदा प्रबंधन विभाग प्रति दिन मलवे से बंद होने और खोले जाने वाली सड़को का ब्यौरा सरकार को बराबर भेजता है। हैरानी की बात ये है कि मौसम सामान्य होने पर सड़क पर गिरे मलवे को हटाने के लिए बहाने बाजी की जाती है।
स्थानीय निवासी भगत रावत ने बताया कि सड़क पर मलवा आने से आसपास के गांवों को 6 किमी की अतिरिक्त दूरी तय कर गांव तक पहुचना पड़ रहा है।
अब देखना हैंकि ऊंची आवाज में सुनने के आदी हो चुके उत्तरकाशी लोक निर्माण विभाग पर मुख्यमंत्री दरबार की झिड़की का कितना असर होता है।
https://youtu.be/jZsBPhw1g9o