देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पूर्व प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी ने बताया कि अखिल भारतीय कांगे्रस कमेटभ् के आह्वान पर 5 अक्टूबर को कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में मौन सत्याग्रह किया जायेगा। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के हाथरस में बाल्मिकी समुदाय की बेटी के साथ जो जघन्य अपराध हुआ उसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। उसके बाद हुए घटनाक्रम ने योगी आदित्यनाथ सरकार को पूरी तरह से बेनकाब कर दिया है तथा भारत की आत्मा छलनी करने का काम किया है। हाथरस की बिटिया को ना जीते जी न्याय मिल पाया ना मरने के बाद। पीड़िता के परिवार की सहमति एव उपस्थित के बिना उसके पार्थिव शरीर को रात के अंधेरे में गुप्त तरीके से अग्नि के हवाले कर दिया गया और तो और जिस तरह से विपक्ष के नेताओं और मीडिया को पीड़िता के गांव के आस-पास भी नही जाने दिया जा रहा है वह उत्तर प्रदेश कीतानाशाह सरकार की कार्य प्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाता है एवं उसकी कू्रर मानसिकता को दर्शाता है।
पिछले दिनांे योगी आदित्यनाथ की भाजपा सरकार ने अखिल भारतीय कांगे्रस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा तथा वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के एक दल जो कि पीड़िता के परिजनों को सांत्वना देने जा रहे थे को जिस तरह यूपी बार्डर पर ही रोक लिया गया और ना सिर्फ राहुल गाध्ंाी एवं कार्यकर्ताओं के साथ लाठीचार्ज व हाथापाई की गई बल्कि उन्हंे गिरफ्तार भी कर लिया गया। यह जानकारी देते हुए दसौनी ने कहा कि कांगे्रस पार्टी दलित महिला एवं उसके परिजनों के साथ योगी सरकार द्वारा किये जा रहे असंवैधिनिक कृत्यांे की कड़े शब्दों में निन्दा करती है। इसी परिप्रेक्ष में अख्लि भारतीय कांगे्रस कमेटी ने निर्णय लिया है कि 5 अक्टूबर को देश के समस्त प्रदेशों एवं जिला मुख्यालयों में मौन सत्याग्रह का आयोजन किया जायेगा। जिसमें सभी वरिष्ठ नेतागण, सांसद, पूर्व सांसद विधायक, पूर्व विधायक, एआईसीसीध्पीसीसी सदस्य, समस्त जिलाध्यक्ष,ब्लाक अध्यक्ष एवं कार्यकारिणी के सदस्यगण सभी कार्यकर्ता महात्मा गांधी अथवा डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा के समक्ष मौन सत्याग्रह करेंगे।