चुनाव जीतने के बाद से लगातार 24 घंटे 365 दिन चुनावी मोड मे रहने के डैम भरने वाली बीजेपी के होमवर्क का चुनावी असर देखकर काँग्रेस ने भी नींद छोड़ अंगड़ाई लेना सुरू कर दिया है | नए साल के मौके पर देहारादून महानगर काँग्रेस ने इसकी सुरुवात करदी है | युवाओ से संवाद के बहाने सुरू हूई चर्चा मे कार्यकर्ताओ ने पार्टी के बेहतरी के लिए एकजुट होने के साथ नगर निकाय और विधानसभा चुनाव जीतने वालों पर अपने ही कार्यकर्ताओ की उपेक्षा का आरोप लगाया |

उत्तराखंड कांग्रेस में विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए थोड़ी हलचल दिखने लगी है | लंबे समय से सुस्त पड़ी कांग्रेस में युवाओं के भरोसे संगठन दम भरने की कोशिश करता दिख रहा है | नए साल में पहले कार्यक्रम की शुरुआत कांग्रेस ने देहरादून महानगर से शुरू की है | प्रदेश कार्यालय में एक ओर जहां प्रदेश अध्यक्ष सहित सभी वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों ने महानगर कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद किया, वही पार्टी की खामियों पर भी खुलकर चर्चा की | कांग्रेस महानगर अध्यक्ष की माने तो कांग्रेस नई रणनीति के तहत प्रदेश में बूथ स्तर तक जहां भी भाजपा के विधायक मंत्री व पार्षद हैं, वहां कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है , जिसका विरोध किया जाएगा, साथ ही हर कांग्रेस कार्यकर्ता अपने घरों पर कांग्रेस का झंडा अनिवार्य रूप से लगाएगा और बूथ से लेकर ब्लॉक जनपद और प्रदेश स्तर तक संगठन को एकजुट करना और भाजपा की जन विरोधी नीतियों का विरोध करना भी रणनीति का एक हिस्सा रहेगा| ऐसे में कहा जा सकता है कि कांग्रेस भी अब चुनावी मोड में आति नजर आ रही है , जबकि भाजपा अपने आप को पूरे 5 साल चुनावी मोड में होने का दावा करती है |
-लालचंद शर्मा महानगर अध्यक्ष कांग्रेस
