उत्तराखंड प्रदेश में तहसीलदार और नायब तहसीलदार पदों के पद पर बाबुओ की नियुक्ति के खिलाफ भुलेख संवर्गीय कर्मचारी महासंघ ने दो दिन कार्य बहिस्कार कि घोषणा के साथ ही अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने कि चेतावनी दी है |
दरअसल प्रदेश में तहसीलदार और नायब तहसीलदार के कई पद खली चल रहे है| न तो इन रिक्त पदों पर नयी नियुक्ति हो पा रही है और न विभागीय पदोन्नति | जिसके बाद राजस्व परिषद् ने पूर्व में भी न्यायिक कार्य को छोड़कर नित्य प्रति के कार्य मुख्य और वरिस्थ प्रशासनिक अधिकारियो को आबंटित करने का फैसला किया था, जिसे भुलेख संवर्ग कर्मचारी महासंघ के कड़े विरोध के बाद उस वक्त वापस ले लिए गया था, किन्तु एक बार फिर से राजस्व परिषद् ने अपने पुराने निरस्त आदेश को ही लागु कर बाबुओ के पदोन्नति कि राह खोल दी है जिसके विरोध में प्रदेश भर के पटवारी खड़े हो गए है |
भुलेख संवर्ग कर्मचारियों का कहना है कि तसीलदार का पद अति महत्वपूर्ण प्रकृति होता है | भुलेख संवर्ग को कई महीनो के कड़े प्रशिक्षण के बाद इन पदों पर पदोन्नति दी जाती है | वर्तमान में सरकार ने लम्बे समय से इन प्रशिक्षण को नहीं कराया है जिसके कारण पटवारियों को पदोन्नति का लाभ नहीं मिल पा रहा है |
उत्तरकाशी के तहसील में संरक्षक गुलाब सिंह अध्यक्ष हरीश चंद अमवाल महेश नौटियाल , दशरथ नौटियाल अदि ने बताया कि राजस्व परिषद् द्वारा बार बार राजस्व अधिनियम 1901 जमीदारी विनाश एवं भूमि व्यवस्था अधिनियम 1950 का खिलवाड़ किया जा रहा है |
