बदरीनाथ
शंकराचार्य की गद्दी, उद्धव, कुबेर भगवान की देव डोलियों और गाड़ू घड़ी के साथ बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल जी पहुंचे बदरीनाथ,
संजय कुँवर बदरीनाथ।
भगवान बदरी विशाल के कपाटोदघाटन की तैयरिया जोरों पर हैं। सजने लगा है भगवान श्री हरि नारायण का सिंहद्वार। मंगलबार को ब्रहम मुहूर्त प्रात 4 बजकर 15मिनट पर खुलेंगे श्री हरि नारायण के कपाट।
मुख्य पुजारी श्री रावल शंकराचार्य गददी, उद्वव व कुबेर भगवान की डोलियां तथा गाडूघडी-तेलकलश के साथ श्री बदरीनाथ धाम पंहुच चुकी है।
भू-वैकुठ धाम श्री बदरीनाथ के कपाट खुलने से पूर्व की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। प्रशासन, देवस्थानम बोर्ड व नगर पंचायत ने पूरे क्षेत्र को सेनिटाजेशन के साथ ही मेटल रेलिग व कुर्सियों आदि को कोई छूने ना पाए इसके लिए उन्है पूरी तरह से ढक दिया गया है। इसके अलावा बदरीनाथ मंदिर के सिंहद्वार सहित मंन्दिर परिसर,आदि क्षेत्रों को रंगबिरगे पुष्पो से सजाने का कार्य शुरू हो गया है जो देर सायं तक चलेगा। पुष्ष सेवा समिति त्रिवेणी घाट ऋषिकेश के भक्तो द्वारा करीब नौ कुंतल फूलो से मंदिर को सजाया जा रहा है।
इस बीच श्री बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी श्री रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी अपने पहले प्रवास येाग बदरी मंन्दिर पांडुकेश्वर से शंकराचार्य की पवित्र गददी उद्वव व कुबेर की उत्सव डोलियो व गाडूघडी-तेल कलश के साथ श्री बदरीनाथ धाम पंहुचे। बदरीविशाल के जयकारो के बीच डोलियो व मुख्य पुजारी श्री रावल का बदरीनाथ धाम पंहुचे स्थानीय निवासियो व कर्मचारियों ने आगवानी की। कुवेर की उत्सव डोली सीधे बामणी गाव मे प्रवास करेगी, जबकि उद्वव जी की डोली रावल निवास मे विराजमान रहेगी, दोना डोलिया प्रात कपाट खुलने के अवसर पर मंदिर परिक्रमा परिसर मे पंहुचेगी।
श्री बदरीनाथ धाम पंहुची पवित्र डोलियों के साथ मुख्य पुजारी श्री रावल के अलावा नायब रावल अमरनाथ नंबूदरी, धर्माधिकारी आचार्य भुवन चंन्द्र उनियाल,सहित देव स्थानम बोर्ड के कार्मिक मौजूद थे,