–कागजो में चल रही देवाल की तहसील
– उत्तराखंड के चमोली जिले में सरकारों की मेहरबानी से एक तहसील ऐसी भी है जो अपनी स्थापना के समय से ही कागजों में चल रही है जी हां बात सुनने में आपको अटपटी जरूर लगेगी लेकिन यह बात 100 फीसदी सच है ,
सुभाष पिमोली थराली चमोली उत्तराखंड
थराली विधानसभा के देवाल तहसील की कुछ ऐसी ही दास्तां है यहां के घेस,हिमनी, वाण, बलाण, खेता, तोरती, लिंगड़ी ,मानमती, बांक जैसे दूरस्थ गांवों के ग्रामीणों की सुगमता को देखते हुए ग्रामीणों ने देवाल तहसील की मांग उठाई, इस मांग पर पिछली सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मुहर भी लगा दी वर्ष 2016 में उप तहसील का दर्जा देवाल को दिया गया लेकिन ग्रामीणों की पूर्ण तहसील की मांग थी जिस पर जनवरी 2017 में इसे पूर्ण तहसील बना दिया गया लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि स्थापना के ढाई वर्ष बाद भी इस तहसील का ना कोई अपना भवन है और ना ही कोई तहसीलदार शासनादेश जारी होने के बाद भी देवाल तहसील सिर्फ और सिर्फ कागजों में ही चल रही है।

देवाल के स्थानीय निवासियों के मुताबिक पिछली सरकार ने देवाल तहसील की घोषणा की थी उस समय थराली विधानसभा में 3 और तहसीलों की घोषणा भी हुई थी सारी तहसीले अस्तित्व में आ गई हैं लेकिन देवाल तहसील अभी भी थराली से चल रही है स्थानीय लोगो ने ये भी कहा कि अगर जल्द से जल्द देवाल तहसील में भवन निर्माण और देवाल से किर्यान्वित नहीं किया गया तो क्षेत्रीय जनता आंदोलन के लिए मजबूर होगी
वहीं देवाल की ब्लॉक प्रमुख उर्मिला बिष्ट ने वर्तमान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार में देवाल तहसील की घोषणा हुई थी जिसका शासनादेश आने के बावजूद भी इस तहसील के क्रियान्वयन देवाल की बजाय थराली तहसील से हो रहा है साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार एक ओर तो तहसीलदार के पद नहीं भर पा रही है लेकिन नई बनी तहसीलों का विलय करने पर विचार जरूर कर रही है देवाल ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि अगर सरकार विलय पर विचार करती है तो मजबूरन देवाल की जनता को सड़कों पर आंदोलन करने के लिए उतरना होगा।
पिछली कांग्रेस सरकार ने थराली विधानसभा में नारायणबगड़ नंदप्रयाग घाट और देवाल 4 नई तहसीलों की घोषणा की थी, जिनमें से लगभग सभी तहसील है अस्तित्व में आ चुकी हैं ,लेकिन दूरस्थ देवाल तहसील कागजों में ही अपना अस्तित्व खोज रही है ,शासनादेश के मुताबिक देवाल तहसील में कुल चार राजस्व क्षेत्र और 61 ग्राम सभाएं सम्मिलित की गई हैं हालांकि देवाल में तैनात नायब तहसीलदार एस एस नेगी के आंकड़े इससे अलग है उनके मुताबिक देवाल तहसील के अंतर्गत लगभग 84 राजस्व ग्राम है थराली विधानसभा में नई बनी सभी तहसीलों से अपडेट खतौनी निकलना शुरू हो गई हैं लेकिन देवाल तहसील होने के बावजूद भी देवाल के ग्रामीणों को थराली के नाम से ही खतौनी उपलब्ध हो पा रही है, साथ ही इन ग्रामीणों को प्रमाणित खतौनी लेने तक के लिए थराली का रुख करना पड़ता है
-देवाल राजस्व चौकी में तैनात नायब तहसीलदार एस एस नेगी ने बताया कि देवाल तहसील अभी भी थराली के नाम से चल रही है साथ ही उन्होंने बताया कि देवाल के अंतर्गत कुल 5 राजस्व क्षेत्र हैं जिनमे 84 राजस्व ग्राम हैं और इन राजस्व ग्रामो में कानून व्यवस्था बनाने के लिए महज 3 राजस्व उपनिरीक्षक हैं
वहीं bjp नेता राकेश जोशी ने कहा कि छोटी प्रशासनिक इकाइयां जनता की सहूलियत के लिए ठीक है इससे प्रशासनिक कार्य सुगमता से हो जाते हैं लेकिन जिस तरह पिछली सरकार ने बिना तहसीलदारों की नियुक्ति के ही जगह जगह नई नई अनगिनत तहसीले खुलवा दी ये कहीं न कहीं जनता के साथ छलावा है bjp नेता ने कहा कि ये उनके व्यक्तितगत बयान है कि अनगिनत तहसीलें बहुत कम दूरी पर खुलवाना भी ठीक नहीं है
नई तहसीलों के सापेक्ष नई नियुक्तियां भी तहसीलों के नियमित संचालन की राह में रोड़ा बनी हुई है उत्तराखंड में कुल 110 तहसीलों के सापेक्ष महज 50 से 60 तहसीलदार ही कार्यरत हैं वही चमोली में 12 तहसीले महज दो तहसीलदारों के ही भरोसे है थराली में नियुक्त तहसीलदार सोहन सिंह रांगड़ को ही अकेले जनपद की 8 तहसील का जिम्मा दिया गया है वर्तमान में थराली तहसीलदार सोहन सिंह रांगड़ को थराली के अतिरिक्त देवाल नारायणबगड़ कर्णप्रयाग गैरसैण आदिबद्री पोखरी और जिलासू का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है इस लिहाज से देखा जाए तो इन 8 तहसीलों में एक एक दिन बैठने के लिए भी सप्ताह के 6 कार्य दिवस कम पड़ जाते हैं वही सूत्रों की मांने तो वर्तमान सरकार नई खुली तहसीलों के विलय पर भी विचार कर रही है ऐसे में कहीं ऐसा ना हो कि कागजों में चल रही देवाल तहसील अस्तित्व में आने से पहले ही अपना अस्तित्व खो बैठे और महज कागजों में ही सिमट जाए
-वहीं तहसीलदार थराली सोहन सिंह रांगड़ ने बताया कि देवाल पूर्ण तहसील है लेकिन भवन निर्माण नहीं होने की वजह से अभी थराली तहसील से ही संचालित हो रही है हालांकि उन्होंने ये भी बताया कि अतिरिक्त प्रभार के तौर पर उन्हें देवाल तहसील का भी जिम्मा सौंपा गया है तहसीलदार सोहन सिंह रांगड़ ने ये भी बताया कि वर्तमान में उनके पास थराली के साथ साथ जनपद की 8 तहसीलों का अतिरिक्त प्रभार भी है
