शुक्रवार को उत्तरकाशी जिले के सुदूरवर्ती मोरी ब्लॉक में देवरा कर्ण महाराज मंदिर में चौथ उत्सव धूम धाम से मनाया गया.
देवरा जो कारण महाराज और माँ रेणुका का थान है, वहां चौथ का पर्व मनाया गया. चौथ एक तरह का हरियाली पर्व है, जिसमें ग्रामीणों और श्रद्धालुओं को महाराज कर्ण की हरियाली दी जाती है

इस मौके पर सबसे पहले कर्ण महाराज और माँ रेणुका की पूजा अर्चना की जाती है. यह मेला रात का मेला है, इसलिए शाम होने के बाद लोगों का हुजूम मंदिर और देवरा पहुंचता है. क्योंकि यह एक।किस्म का हरयाली पर्व है इसलिए लोगों को प्रसाद के तौर पर हरियाली दी जाती है. यहाँ क्षेत्र के सिंगतुर पट्टी के साथ साथ, बंगाण, अढोर, फतेह पर्वत, पंचगाई पट्टी और दूर दूर से लोग पहुँचते हैं. यह महाराज पर लोगों की आस्था ही है कि कई लोग मन्नत मांगने भी यहाँ पहुंचते हैं. और रात भर कर्ण महाराज की शरण में प्रार्थना करते हैं. स्थानीय चैन सिंह रावत जी ने बताया कि यह मेला एक तरह से लोगों के मिलन का मौका भी होता है, इसके बाद लोग अपनी फसल की कटाई में लग जाते हैं. चौथ के मौके पर महाराज के ढोल, दमाऊ, रणसिंघा के साथ मंदिर प्रांगण में रात भर पारंपरिक नृत्य तांदी और रासो होता है. और इस तरह अगली सुबह तक ये उत्सव चलता रहता है.

