देहरादून। राजधानी देहरादून में गोरखपुर तिराहा स्थित सेनेटरी की दुकान में बुजुर्ग दुकानदार को गंभीर रूप से घायल कर लूट करने वाले युवक को पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दूसरी तरफ, आइसीयू में भर्ती बुजुर्ग की मौत हो गई है। ऐसे में पुलिस ने आरोपित के खिलाफ लूट के अलावा हत्या का मुकदमा भी दर्ज कर लिया है। आरोपित का कहना है कि उसने दुकान से 4500 रुपये लूटे थे, जबकि पीड़ित पक्ष ने तहरीर में 80 से 90 हजार की लूट की जानकारी दी थी।
वारदात 15 अक्टूबर की है। मंगलवार को एसएसपी कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता में डीआइजी जन्मेजय खंडूड़ी ने बताया कि आरोपित की पहचान विवेक पंवार उर्फ नट्टू निवासी तेलपुर के रूप में हुई है। वह कुछ समय पहले तक वेल्डिंग का काम करता था। तब वह वेल्डिंग का सामान लेने के लिए कृष्णपाल सिंह तोमर (70 वर्ष) की सेेनेटरी की दुकान में जाता था। इसके चलते बुजुर्ग से उसकी अच्छी जान-पहचान हो गई। उसे मालूम था कि बुजुर्ग दुकान में अकेले रहते हैैं। आरोपित स्मैक का आदी है। घटना वाले दिन नशे की तलब पूरी करने के लिए उसने बुजुर्ग से रुपये लूटने की योजना बनाई और दोपहर ढाई बजे उनकी दुकान पर पहुंच गया। सामान देखने के बहाने वह बुजुर्ग को दुकान से गोदाम में ले गया और वहां दुर्मुट से उनके सिर पर कई वार कर दिए। चोट लगने से बुजुर्ग बेहोश हो गए तो उनकी जेब में रखे 1500 रुपये और गल्ले में रखे 3000 रुपये लूटकर फरार हो गया।
गंभीर रूप से घायल बुजुर्ग को सिनर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उन्होंने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इस मामले में मृतक के बेटे मनीष तोमर निवासी जीएमएस रोड ने पुलिस को तहरीर दी थी। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक की तो घटना की तस्वीर साफ हो गई। सीसीटीवी फुटेज से आरोपित विवेक पंवार की पहचान होने के बाद गिरफ्तारी के लिए उसके घर और रिश्तेदारों, परिचितों व मित्रों के घर में दबिश दी गई। हालांकि, वह कहीं नहीं मिला। इसी बीच पता चला कि आरोपित स्मैक का आदी है। इसलिए उसे स्वजन ने एक साल पहले घर से निकाल दिया था। तब से वह खाली पड़े क्षेत्र के स्कूलों, खंडहरों और घरों में रात गुजारता है। इसके बाद क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की गई। इसकी मदद से विवेक पंवार को मंगलवार को टी-एस्टेट प्रेमनगर जाने वाले मार्ग पर दबोच लिया गया।
पटेलनगर कोतवाली के इंस्पेक्टर प्रदीप राणा ने बताया कि आरोपित आठवीं पास है। पिता की मृत्यु के बाद उसकी मां ने सहारनपुर में दूसरी शादी कर ली थी। दो साल पहले उसने ऋषिकेश में वेल्डिंग का काम सीखा। इसके बाद घर के पास ही वेल्डिंग का काम करने लगा। इसी दौरान उसकी दोस्ती स्मैक के आदी कुछ युवकों से हो गई। विवेक भी स्मैक पीने लगा। नशे की लत के कारण उसका वेल्डिंग का काम भी चौपट हो गया।