देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के खत्म होने के बाद रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें हरीश रावत ने अंतिम विधानसभा सत्र में कांग्रेस के विधायकों द्वारा सरकार को घेरने पर बधाई दी। उन्होंने कहा सत्र में कांग्रेस के 9 विधायक 90 के बराबर साबित हुए।
इसके साथ ही हरीश रावत ने कहा जिस तरह से कांग्रेस के विधायकों ने खनन, महंगाई, बेरोजगारी के मुद्दे को सदन में उठाया है, वह काबिले तारीफ है। हरीश रावत ने कहा सदन में सत्तारूढ़ दल के विधायकों ने ही सरकार को बेनकाब किया है। हरीश रावत ने कहा कांग्रेस की तरफ से सभी संगठनों को आश्वस्त करना चाहता हूं, कांग्रेस सत्ता में आने पर इनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। कांग्रेस सरकार में एक कमेटी बनाएगी, जो समाधान निकालेगी। हरीश रावत ने कहा भाजपा सरकार ने बेरोजगारों, कर्मियों की आवाज को दबाने की कोशिश की है। उन्होंने गैरसैंण में विधानसभा भवन का नाम जनरल बिपिन रावत के नाम पर रखने की मांग भी की। इस दौरान हरीश रावत ने कहा वे प्रदेश में खनन, बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार को लेकर अलग-अलग दिन 18 दिसंबर से राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे। वे राज्यभर में भाजपा सरकार के खिलाफ माहौल बनाने का काम करेंगे। इस दौरान गणेश गोदियाल ने कहा सरकार की टैब खरीद प्रक्रिया सवालों के घेरे में है। उन्होंने कहा धामी सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है। गोदियाल ने सरकार पर सहकारी विभाग में 5-5 लाख में नौकरी बांटने के आरोप लगाये हैं। साथ ही उन्होंने कहा सैन्यधाम बनाने में सरकार लापरवाही कर रही है। गणेश गोदियाल ने सैन्यधाम को बिपिन रावत के गांव में बनाने की मांग की है।