उत्तरकाशी : रेप मे असफल होने पर नेपाली युवक ने की थी महिला की हत्या – डायल 112 पर महिला ने मांगी थी मदद

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पुलिस ने किया हत्या की घटना का खुलासा
01 आरोपी को किया गिरफ्तार

उत्तरकाशी जिले के आराकोट मे 48 वर्षीय महिला के साथ रेप की नीयत से कमरे मे घुसे नेपाली मूल के युवक ने ही महिला की गला घोंट कर हत्या की थी । उत्तरकाशी पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के साथ मामले का खुलासा किया है । बड़कोट सीओ सुरेन्द्र भण्डारी ने बताया कि युवक ने रात के समय सोती हुई अधेड़ उम्र महिला से रेप करने का प्रयास किया नींद खुलने पर महिला ने विरोध किया। इस दौरान महिला ने डायल 112 पर पुलिस से मदद मांगने का प्रयास भी किया था । नेटवर्क के चलते यह काल हिमाचल पुलिस के पास गई थी । 16 सेकंड की इस काल मे आगे बात करने से पहले ही आपसी छीना झपटी मे फोन गिर गया । महिला की मौत के बाद आरोपी पंचायत घर के पास अपनी दुकान मे वापस लौट आया । गौरतलब है कि आरोपी सेक्स को लेकर मानसिक विकृति का शिकार है और इससे पहले भी कई बार ऐसे घटनाओ को अंजाम दे चुका है , हालांकि इससे पहले कभी इसके खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हुआ । मोरी थाने मे दर्ज मुकदमे मे पहले से ही दर्ज आईपीसी कि धारा 302 के साथ रेप का प्रयास मे धारा 376 और 511 और जोड़ते हुए आरोपी को नयायलाय मे पेश किया गया

बताते चले कि होली कि सुबह करीब साढ़े 8 बजे मोरी पुलिस को सूचना मिली कि अराकोट कि राधा देवी की संदिग्ध परिस्थिति मे मौत हो गई है । स्थानीय लोगो ने पुलिस पर सवाल उठाए और तीन दिन मे आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर छक्का जाम की चेतावनी दी । मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी पीके राय ने सीओ बड़कोट सुरेन्द्र भण्डारी के नेतृत्व मे 7 टीम बनाई मौके पर मोबाइल काल डीटेल और 3 सीसी कैमरे की पड़ताल के बड़ हत्या वाले स्थान पर सड़क के नीचे दुकान चलाने वाले नेपाली मूल के 18 वर्षीय संदीप पुत्र मित्र बहादुर को हिरासत मे लिया पुलिस की कड़ी पूछताछ मे आरोपी ने स्वीकार किया कि 17 मार्च कि रात को महिला के साथ रेप के इयरडे से आरोपी कमरे मे घुसा था और महिला के विरोध के बाद अपने मकसद मे असफल रहने के बड़ दोनों मे जमकर हाथा पाई हुई इस महिला जमीन पर गिर गई और उसकी मौत हो गई । महियाल कि मौत के बड़ आरोपी ने उसके हाथ पाँव बांधे और लाश को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से जगह तलस करने लगा पर कोई सटीक जगह और सामी न मिलने के बड़ उसे यू ही छोड़कर चला गया

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