देहरादून। भाजपा द्वारा मनाए जा रहे सामाजिक न्याय पखवाड़े के अंतर्गत भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर आधुनिक भारतीय चिन्तकों में एक हैं। वे एक प्रख्यात अर्थशास्त्री, कानूनविद, राजनेता तथा समाज सुधारक थे। अपने प्रगतिशील कृतित्व और रोशन व्यक्तित्व के कारण वे आज भी विश्व के लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने हुए है। मनवीर चौहान ने बताया कि भारत देश में बहुत सारे लोग जिन्हें अपने अधिकारों के लिए कभी आवाज उठाने का अवसर नहीं मिला, जीवन की बुनियादी आवश्यकताओं के लिए रोजमर्रा की जद्दोजहद जिनकी जिन्दगी का सच था, उन सभी लोगों के लिए बाबा साहेब एक सम्पूर्ण और बेहद जरुरी आवाज बन कर आये थे।
चौहान ने बताया कि सामाजिक न्याय के लिए समर्पित मोदी सरकार एस सी/एस टी और ओबीसी के सर्वांगीण विकास के लिए समर्पित हैं एस सी/एस टी/ ओबीसी को समाज के लिए महत्वपूर्ण आधार बनाना और संवेधानिक सुरक्षा देना महत्वपूर्ण कार्य हैं यही कार्य भारतीय जनता पार्टी कर रही हैं। उन्होंने कहा की भाजपा ही ऐसा दल हैं जिसमे सामजिक समरसता और डा आंबेडकर के सन्दर्भ मैं विशेष प्रयास कर सामाजिक न्याय का आधार बनाया हैं। प्रधानमंत्री ने इज आफ लिविंग का विचार दिया, ताकि भेदभाव से मुक्त समाज मैं पिछड़े लोगों को बुनियादी सुविधाएँ शीघ्र और सस्ती दर पर उपलब्ध कराई जा सके। अब दलितों को भी लगने लगा हैं की वास्तव मैं उनके लिए काम किया जा रहा है । सामाजिक न्याय पखवाड़े मैं यह उल्लेख करना जरूरी है कि प्रधानमंत्री मोदी ने किस तरह सामाजिक सद्भाव के माध्यम से वंचित तबको के सपने को साकार किया है और उनमे नयी आकांक्षाये पैदा की है। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा बाबा साहेब को दलित नेता कह कर एक दायरे मैं समेटने की कोशिश की । कांग्रेस की यह कोशिश रही है कि उनका कद किसी नेहरु-गाँधी परिवार के समकक्ष भी खड़ा नहीं हो पाए। कांग्रेस ने उन्हें दो बार लोकसभा चुनावो मैं हरवाने की साजिश रची थी। कांग्रेस ने बाबा साहेब के प्रति बेहद अपमानजनक रवैया अपनाते हुए संविधान सभा मैं भेजे गए प्रारंभिक 296 सदस्यों मैं उन्हें जगह तक नहीं दी। भाजपा नेता ने कहा कि बंगाल मैं खुलना-जैसोर से जोगेंद्रनाथ मंडल ने अपनी सीट खाली करके बाबा साहेब को लडवाया था लेकिन कांग्रेस को यह नागवार गुजरा। विभाजन के विषय मैं यह तय हुआ की जिन क्षेत्रो में हिन्दू जनसँख्या 51 प्रतिशत से अधिक हैं, वे क्षेत्र भारत मैं सम्मिलित किये जायेंगे। इसके बाद भी कांग्रेस ने बंगाल के खुलना-जेसोर को 71 प्रतिशत हिन्दू बहुल वाला क्षेत्र होने के बाद भी पाकिस्तान को सौप दिया और तब बाबा साहेब तकनिकी तौर पर पाकिस्तानी संविधान सभा के सदस्य माने गए थे।
भाजपा नेता ने कहा कि बाबा साहेब को भारत रत्न 1990 मैं तब मिला जब भारतीय जनता पार्टी द्वारा समर्थित सरकार केंद्र मैं बनी। 1989 में जब भारतीय जनता पार्टी की समर्थित राष्ट्रीय मोर्चा सरकार बनी तो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्णा आडवाणी ने पहल कर संसद के केंद्रीय कक्ष में बाबा साहेब का चित्र शामिल कराया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री है जिन्होंने उनके जन्म स्थान महू जाकर बाबा साहेब को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा साहेब से जुड़े पञ्चतीर्थाे का विकास किया। उन्होंने उत्तराखंड सरकार द्वारा किये गए कार्याे की चर्चा करते हुए कहा की उत्तराखंड सरकार सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास सब का प्रयास जैसे मूलमंत्र पर कार्य कर रही है ताकि किसी समाज को कही भी अपनी उपेक्षा न महसूस हो।