उत्तरकाशी – जिला आपदा प्रबन्धन विभाग के तत्वाधान में इंसीडेन्ट रिस्पोंस सिस्टम (आईआरएस) के तहत प्राकृतिक व मानवजनित आपदाओं से निपटने की तैयारियों को लेकर कलेक्ट्रेट स्थित जिला समागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार की अध्यक्षता में हुआ। वहीं आगामी चारधाम यात्रा. ग्रीष्मकाल के चलते तथा आगामी मानसून सीजन को देखते हुए नगर उत्तरकाशी क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न स्थानों पर मॉक ड्रिल का आयोजन भी जिला प्रशासन द्वारा किया गया।
कार्यशाला में आईआरएस स्पेशलिस्ट बीबी गणनायक ने आईआरएस के अन्तर्गत अधिकारियों की भूमिका के बारे में जानकारी दी । उन्होंने स्टेजिंग एरिया का महत्व एवं स्टेजिंग एरिया में सम्पादित होने वाली गतिविधियों, आपरेशन सेक्शन, प्लानिंग सेक्शन व लॉजिस्टिक एण्ड फाईनेंस सेक्शन एवं उनकी यूनिट की जानकारी तथा यूनिट में तैनात किये जाने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों एवं उनके दायित्वों की जानकारी विस्तार से दी।
वहीं मॉक अभ्यास में राइका गंगोरी में भूकम्प, तेंखला के पास वनाग्नि व भूरखलन की घटना को दर्शाया गया। आपदा घटनाओं की सूचना प्राप्त होते ही विभिन्न विभागों के अधिकारी जिला मुख्यालय स्थित कन्ट्रोल रूम पहुंचे तथा जिला मुख्यालय पर बनाये गये स्टेजिंग एरिया रामलीला मैदान में विभिन्न विभागों के संसाधन एकत्रित कर वहां से घटना स्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों को अंजाम दिया गया। इस दौरान कुल 04 व्यक्ति घायल हुए जिनमें से 2 गम्भीर घायलों को जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया तथा 2 सामान्य घायलों का घटना स्थल पर ही शिविर में उपचार किया गया। वनाग्नि में 1.5 हैक्टेयर वन भूमि प्रभावित हुयी। जानमाल की कोई हानि नहीं हुयी।
इस अवसर पर डीएफओ पुनीत तोमर, अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, एसडीएम डुण्डा मीनाक्षी पटवाल, जिला विकास अधिकारी केके पन्त, डीएसटीओ चेतना अरोड़ा. ईई विद्युत मनोज गुसाई, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।