अल्मोड़ा। अल्मोड़ा जिले के ब्लॉक सल्ट के ग्राम थला तड़ियाल मौडाली के तोक मजबाखली में अनुसूचित जाति के दूल्हे को घोड़े से जबरन उतारने की कोशिश और बरातियों को रोकने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में प्रशासन ने तोक मजबाखली गांव की पांच महिलाओं और एक पुरुष के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
तीन मई को ग्राम थला तड़ियाल निवासी दर्शन लाल ने सल्ट के एसडीएम गौरव पांडे को दी गई तहरीर में कहा कि सोमवार (दो मई) को उनके बेटे विक्रम की बरात को मजबाखली में ग्रामीणों ने रोक दिया। बरात प्रस्थान के समय कुछ महिलाओं और पुरुषों ने दूल्हे को अनुसूचित जाति का होने के कारण घोड़े से जबरन उतारने की कोशिश की। तहरीर में कहा गया कि आज भी शिक्षित समाज में सवर्ण जाति के लोगों की ओर से जात-पात के नाम पर भेदभावपूर्ण और अमानवीय व्यवहार किया जाता है। एसडीएम गौरव पांडे ने बताया कि राजस्व विभाग की टीम मामले की जांच कर रही है। शिकायती पत्र में नामजद किए गए सभी छह लोगों में तारा देवी पत्नी कुबेर सिंह, जिबुली देवी पत्नी रमेश सिंह, रूपा देवी पत्नी शिव सिंह, भगा देवी पत्नी आनंद सिंह, मना देवी पत्नी रतन सिंह, कुबेर सिंह पुत्र मुकुंद सिंह के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। गांव में फिलहाल शांति व्यवस्था बनी हुई है, पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। अनुसूचित जाति के दूल्हे को घोड़े से उतारने की कोशिश का मामला प्रकाश में आते ही प्रशासन हरकत में आ गया है। दोनों पक्षों में उपजे विवाद से आसपास के क्षेत्र में भी तनाव बना हुआ है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राजस्व टीम गांव में डेरा डाले हुए है और पल-पल की जानकारी प्रशासन को दे रही है। प्रशासन दोनों पक्षों को शांत करने में जुटा हुआ है, ताकि कोई बड़ा विवाद खड़ा न हो। एसडीएम गौरव का कहना है कि गांव में स्थिति सामान्य है और दोनों पक्षों से वार्ता की जा रही है।