देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर चम्पावत में नियुक्त किये गये मुख्यमंत्री के नोडल अधिकारी की नियुक्ति निरस्त किये जाने एवं मुख्यमंत्री की सोशल मीडिया साइड से लोकलुभावन घोषणाओं से सम्बन्धित पोस्ट हटवाये जाने की मांग की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के निर्देश पर वरिष्ठ कांग्रेसजनों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने महामंत्री संगठन विजय सारस्वत के नेतृत्व में मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या से मुलाकात कर उन्हें पत्र सौंपा।
उपरोक्त जानकारी देते हुए प्रदेश कंाग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखे पत्र में कंाग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा है कि उत्तराखण्ड राज्य में 55-चम्पावत विधानसभा उपचुनाव की प्रक्रिया गतिमान है तथा विधानसभा उपचुनाव हेतु दिनांक 3 मई, 2022 से आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू है। उन्होंने कहा कि आचार संहिता लागू होने के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी चम्पावत द्वारा दिनांक 7 मई, 2022 को केदार सिंह बृजवाल, सहायक अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग, उधमसिहनगर को जनपद चम्पावत में मा0 मुख्यमंत्री जी का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो कि चुनाव आचार संहिता का खुला उलंघन है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री द्वारा अपनी सोशल मीडिया साइड पर लगातार जनपद के लिए लोक लुभावन घोषणायें की जा रही हैं, जो कि आदर्श चुनाव आचार संहिता के उलंघन की श्रेणी में आती हैं। कांग्रेस पार्टी मांग की कि उक्त प्रकरणों का संज्ञान लेते हुए सम्बन्धित अधिकारियों के खिलाफ आदर्श चुनाव आचार संहिता के उलंघन की सक्षम धाराओं में मुकदमा दर्ज किये जांय तथा मुख्यमंत्री की सोशल मीडिया साइड से विज्ञापन से सम्बन्धित पोस्ट हटाई जाय। प्रतिनिधिमण्डल में प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत के अलावा, महामंत्री राजपाल खरोला, पूर्व मंत्री अजय सिंह, प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी, मोहित उनियाल, कपिल भाटिया, अमरजीत सिंह, विशाल मौर्य आदि शामिल थे।