नमामि गंगे मे पेयजल निगम ने किया 700 करोड़ का भजन। अब तक की सबसे बड़ी मैली पूजा। इस भजन के खिलाफ दस्तावेजो की पुस्तक पत्रकारों को वितरित।

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 देहरादून।

नमामि गंगे में देश भर के गंदे नाले कैसे साफ होने से पहले नेताओ और अधिकारियों की तिजोरी में शुद्ध कैश में कन्वर्ट होकर कैसे कैद हो जाते है इसपर लंबी रिसर्च के बाद पेयजल निगम के एमडी भजन सिंह के कृत्यों को संजो कर एक बड़ी पुस्तक प्रकाशित कर प्रमाण के तौर पर पत्रकारों को वितरित की गई। इस मुहिम में लगे हुए सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता ने जो तैयारी की है उससे लगता है कि यदि राज्य की जीरो टॉलरेंस सरकार ने कार्यवाही में कोई हील हवाली की तो वे न्याय के मंदिर की शरण लेंगे,

साथ ही उत्तरप्रदेश नवनिर्माण सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित जॉनी जो हिदुत्व के समर्थन में अपने किये गए कार्यो से दर्जनों बार चर्चाओं में रहे है, चाहे मायावती से पंगा लेने की बात हो अथवा टुकड़े टुकड़े गैंग से भिड़ने की बात। खास बात ये रही कि अमित जानी बार बार अपने वक्तब्य में उप के सीएम के द्वारा भृस्टाचार के खिलाफ लिए गए एक्शन की तारीफ करते दिखाई दिए वही उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा ऐसे कई मामलों में चुप्पी साध लेने की घटना पर आश्चर्य व्यक्त भी किया गया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की तरह उन्हें भी गंगा ने ही बुलाया है किंतु गंगा की शुद्धि के नाम पर कोई अपनी ही जेब भरने लगे और कोई कार्यवाही भी न हो तो मजबूरी में उन्हें संत समाज के साथ मिलकर आंदोलन सुरु करना होगा।

गिरीश गैरोला

सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अनुपम त्रिपाठी और उत्तर प्रदेश नवर्निर्माण सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित जाॅनी ने उत्तराखंड पेयजल निगम के एमडी पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने पेयजल निगम के एमडी पर 700 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप लगाया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। 

 उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पेयजल निगम के एमडी भजन सिंह प्रबंध निदेशक के पद पर अवैध रूप से आसीन हैं। विभाग का जो अधिकारी उनके खिलाफ कोई शिकायत करता है वह उसको षड़यंत्र कर किसी न किसी केस में फंसाकर एवं उसकी वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट को खराब कर देते हैं।

भजन सिंह द्वारा मुख्यमंत्री, मंत्री किसी के आदेश की परवाह नहीं की जाती। वे हिटलरशाही अपनाए हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि एमडी भजन सिंह ने अपने धर में सरकारी धन से पौधे लगाए हैं। सरकारी धन से उन्होंने हवाई यात्राएं की हैं। सरकारी धन से अपने निजी घर पर दो सिक्योरिटी गार्ड रखे गए हैं। सरकारी धन से महंगी कार गिफ्ट की है। देहरादून में अपना निजी आवास होने पर भी सरकारी आवास आंवटित करा रखा है, जिसमें कि उनकी पत्नी द्वारा किटी पार्टी का संचालन किया जाता है।

भजन सिंह द्वारा अपनी कमजोरी छिपाने के लिए और कार्मिकों का वेतन देेनेे के लिए विभिन्न योजनाओं के मद से बगैर सक्षम स्तर की स्वीकृति प्राप्त किए वेतन मद में धनराशि को डायवर्ट किया जाता है, जो घोर वित्तीय अनियमितताएं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भजन सिंह की कार से एक मादा गर्भवती हिरन की मौत हुई, इस मामले में भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। भजन सिंह द्वारा अधिशासी अभियंता रहते हुए भी करोड़ों का फिटिंग्स आदि का क्रय किया गया, जिसकी कोई जरूरत नहीं थी। आज तक उसका कोई उपयोग नहीं हुआ है और न हो सकेगा। यह सामग्री पेयजल निगम के स्टोर में रखी जंग खा रही है।

एमडी द्वारा सरकार के आदेश के विपरीत जलनिगम के पुरोघ्ड़ी कार्यालय को विकासनगर से संचालित किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रबंध निदेशक द्वारा प्रतिवर्ष अभियंताओं का स्थानांतरण नियम विरुध तरीके से कर धन प्राप्त किया जाता है। उनके द्वारा सरकारी धन से अपने घर के नौकरों के वेतन का भुगतान किया जा रहा है। सरकारी धन से राज्य से बाहर की यात्राएं की जाती हैं।

आरोप लगाया कि भजन सिंह का स्टिंग आपरेशन का वीडियो प्रसारित न होने की खुशी में उनके द्वारा अध्यक्ष पेजयल निगम को 24 लाख की महंगी कार गिफ्ट की गई। शासनादेश के अनुसार इतनी महंगी कार का प्रयोग करने के लिए राज्य के उच्च अधिकारी मुख्य सचिव भी अधिकृत नहीं हैं।

उनके द्वारा देहरादून से दिल्ली की कई हवाई यात्राएं की गईं। ये सभी यात्राओं का टीए बिल एवं यात्रा कार्यक्रम विभाग में प्रस्तुत नहीं किया गया। इन सभी का भुगताान प्रबंध निदेश के मौखिक आदेश के अनुसार विभिन्न शाखाओं द्वारा केंद्र पोषित योजनाओं से की जाती है एवं कुछ का भुगतान ठेकेदारों से रिश्वत के रूप में लिया जाता है। उनके द्वारा स्वयं के खर्चे से यात्रा नहीं की जाती है।

आरोप लगाया कि टिहरी गढ़वाल के नरेंद्रनगर ब्लाॅक के क्वीली पालोकोट पंपिंग पेयजल योजना की धनराशि से प्रबंध निदेशक के आवास पर लगभग 9 लाख रुपये के फूलध्पौधे लगाए गए। उन्होंने कहा कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, जबकि उत्तराखंड में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने उत्तराखंड सरकार पेयजल निगम के एमडी भजन सिंह के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

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