हरिद्वार। मकान बनाने के पैसे मांगने पर रुड़की तहसील में तैनात एक पटवारी, उसके भाई और बेटे ने राजमिस्त्री को कमरे में बंद कर बुरी तरह पीटा। घायल होने पर राजमिस्त्री की हालत बिगड़ गई।
मजदूरों की सूचना पर स्वजन ने राजमिस्त्री को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। राजमिस्त्री के चाचा की शिकायत पर पुलिस ने पटवारी सहित तीनों आरोपितों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। जांच कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी गई है।पिरान कलियर के गुम्मावाला माजरी गांव निवासी गुलशेर राजमिस्त्री का काम करता था। कुछ दिन पहले गुलशेर ने रुड़की तहसील में तैनात पटवारी धर्मेंद्र यादव के मकान का कार्य सुभाषनगर ज्वालापुर में ठेके पर लिया था।आरोप है कि काफी काम होने के बावजूद पटवारी पैसे नहीं दे रहा था, जिसे लेकर गुलशेर काफी दिनों से परेशान था। बीती नौ नवंबर को गुलशेर रोजाना की तरह मजदूरों के साथ काम करने पटवारी धर्मेंद्र के घर गया था।दोपहर में मजदूरों ने गुलशेर के चाचा अब्बास को फोन कर बताया कि पैसे मांगने पर धर्मेंद्र, उसके बेटे और भाई ने गुलशेर को कमरे में बंद कर पिटाई की है। आनन-फानन में गुलशेर के स्वजन सुभाषनगर पहुंचे और अधमरी हालत में उसे अस्पताल पहुंचाया, वहां डाक्टरों ने गुलशेर को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम भी कराया था। रिपोर्ट आने पर पिटाई के चलते मौत की बात सामने आई। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि राजमिस्त्री गुलशेर के चाचा अब्बास की तहरीर पर पटवारी धर्मेंद्र यादव व उसके बेटे और भाई दोनों अज्ञात के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। छानबीन कर जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा।राजमिस्त्री को कमरे में बंद कर बेरहमी से पीटने के बाद जब उसकी हालत बिगड़ गई तो आरोपित घबरा गए। फंसने के डर से उन्होंने साक्ष्य मिटाने का प्रयास किया। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो देखा कि सीसीटीवी कैमरा हटा दिया गया था। बाकी सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आ गई। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पीएम रिपोर्ट में पिटाई के चोटों के कारण मौत की बात सामने आई है।