देहरादून। सूबे में एचआईवी संक्रमण के प्रति जन जागरूकता लाने के लिये प्रदेशभर में विशेष अभियान चलाया जायेगा। जिसके तहत सूबे के स्लम एरिया, कारागार एवं औद्योगिक क्षेत्रों में विशेष फोकस रहेगा। अभियान के तहत आधुनिक उपकरणों से युक्त आईसीटीसी मोबाइल वैन के माध्यम से एचआईवी संभावित लोगों की जांच कर उन्हें परामर्श दिया जायेगा।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने बताया कि सूबे में उत्तराखंड एड्स नियंत्रण समिति (यूसैक्स) के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। जिस हेतु नाको भारत सरकार द्वारा एचआईवीध्एड्स नियंत्रण एवं परीक्षण हेतु आईसीटीसी वैन स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराई गई है जो कि विभिन्न आधुनिक उपकरणों से लैस है। राज्य में विशेष अभियान चला कर लोगों को एचआईवी संक्रमण के प्रति जागरूक किया जायेगा। जिसके तहत औद्योगिक इकाईयों में कार्यरत कार्मिकों, दूर-दराज क्षेत्र में रह रहे प्रवासियों, उच्च जोखिम व्यवहार वाले समूहों, दूरस्त मार्गों के वाहन चालकों, स्लम क्षेत्रों एवं कारागार में निरूद्ध कैदियों की जांच एवं परामर्श दिया जायेगा। इसके अलावा नारी निकेतन एवं कुछ कारागारों में गैर सरकारी संस्थाओं के माध्यम से उक्त सेवाओं को पहले से भी लाभ पहुंचाया जा रहा है। डॉ0 रावत ने बताया कि मोबाइल वैन में परामर्शदाता, लैब टेक्निशियन, अटेनडेंट व वाहन चालक की तैनाती की गई है जो सूबे के विभिन्न जनपदों में जाकर लोगों को एचआईवीध्एड्स की रोकथाम के प्रति जागरूक करने के साथ ही संदिग्ध मरीजों की जांच भी करेंगे। उन्होंने बताया कि सूबे में यह कार्यक्रम उत्तराखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति की देखरेख में विभिन्न कंपनियों के सहयोग से एम्पलायर लेड मॉड्यूल के तहत संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत अब तक पूरे प्रदेश में 6 हजार से अधिक लोगों की जांच के साथ ही परामर्श भी दिया जा चुका है। अभियान में तेजी लाने हेतु विभागीय अधिकारियों को विशेष निर्देश दिये गये हैं।