देहरादून। परिवहन आयुक्त रणवीर सिंह चौहान की अध्यक्षता में परिवहन विभाग के चारधाम यात्रा मार्ग पर तैनात सम्भागीय/सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्पन्न हुई। बैठक में परिवहन आयुक्त द्वारा चारधाम यात्रा एवं हेमकुण्ड साहिब यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों को वाहनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ-साथ स्थानीय यात्रियों के आवागमन की भी समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये गये।
सुनील शर्मा, सम्भागीय परिवहन अधिकारी, देहरादून द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में लगभग 1100 बसों का संचालन रोटेशन व्यवस्था के अन्तर्गत किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त उत्तराखण्ड परिवहन निगम द्वारा भी यात्रा मार्गों पर लगभग 80 वाहने उपलब्ध करायी गयी हैं। ठेका बसों, टैक्सी/मैक्सी कैब के अतिरिक्त प्रतिदिन लगभग 100 वाहनें एक धाम दो धाम, चार धाम हेतु प्रस्थान कर रही हैं और लगभग इतनी ही संख्या में वाहने यात्रा पूरी कर लौट रही हैं। वर्तमान में आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या के आधार पर यदि परिवहन निगम द्वारा 15 से 20 अतिरिक्त बसे उपलब्ध करायी जाती है, तो यात्रियों हेतु वाहनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी और उन्हें वाहनों के लिये अधिक इन्तजार नहीं करना पड़ेगा।बैठक में विस्तृत विचार विमर्श में उपरान्त निम्नवत निर्देश दिये गयेः
सम्बन्धित सम्भागीय/सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी द्वारा वाहनों की आवश्यकता का मूल्यांकन कर लिया जाय और यात्रियों की संख्या के आधार पर वाहनों की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाय।
उत्तराखण्ड परिवहन निगम से भी अतिरिक्त बसों की मांग के सम्बन्ध में निगम के अधिकारियों से वार्ता कर ली जाय और यह प्रयास किया जाय कि निगम की वाहनों को चारधाम के स्थान पर एक या दो धाम यात्रियों के आवागमन हेतु ही प्रयोग किया जाय, ताकि उक्त वाहने लम्बी अवधि तक धामों पर न फंसी रहे। सिटी बस, स्कूल बस के चालकों को पर्वतीय मार्गों पर वाहन चलाने का अनुभव अपेक्षाकृत कम होता है। अतः यात्रा कार्य हेतु यदि अपरिहार्य हो तो ही सिटी बस / स्कूल बस लिये जाने पर विचार किया जाय और उन्हें यात्रा मार्ग के स्थान पर ऋषिकेश-हरिद्वार-देहरादून इंटरसिटी संचालन में प्रयोग किया जाय।
यद्यपि कुमाऊँ मण्डल से वाहनें चारधाम यात्रा हेतु पूर्व में ही मंगायी गयी हैं, फिर भी यदि आवश्यकता हो, तो कुमाऊँ मण्डल से अन्य वाहनें मंगाये जाने का प्रयास कर लिया जाय इस सम्बन्ध में सम्बन्धित परिवहन कम्पनियों से वार्ता कर ली जाय। यात्रा मार्गों पर स्थापित प्रवर्तन दलों एवं चौकपोस्टों पर वाहनों को अनावश्यक न रोका जाय और ग्रीन कार्ड / ट्रिप कार्ड की जाँच त्वरित गति से करते हुए इस प्रकार चौकिंग को सुनियोजित किया जाय कि जाम की स्थिति उत्पन्न न हो। जनपद टिहरी में घटित सड़क दुर्घटना की जाँच हेतु डॉ० अनीता चमोला, सहायक परिवहन आयुक्त, उत्तराखण्ड को जॉच अधिकारी नामित किया जाता है। जाँच अधिकारी द्वारा एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट परिवहन आयुक्त को प्रस्तुत की जायेगी।