देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में पं. दीनदयाल उपाध्याय सेवा प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित पं. दीनदयाल उपाध्याय जंयती समारोह में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पं. दीनदयाल उपाध्याय को नमन करते हुए कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय के बारे मे बोलना सूर्य को दीपक दिखाने जैसा है। उन्होंने हमें सिखाया है कि समाज के अंतिम पंक्ति पर खड़े व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचाना हमारा उद्देश्य होना चाहिए, और इसी सोच को लेके हम आगे बढ़े हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस स्वपन को साकार किया जा रहा है। उनका सम्पूर्ण जीवन सादगी से भरा था। उनके सिद्धान्तों पर चलकर पिछड़ो तथा समाज के अन्तिम छोर पर खड़े व्यक्तियों के हित मे योजनायें बनायी गई है। अटल आयुष्मान भारत जैसी योजना पं. दीनदयाल उपाध्याय के स्वप्नों को साकार कर रही है, उत्तराखण्ड में भी 3.5 लाख लोगों ने अब तक इस योजना का लाभ उठा चुके हैं, जिनपर 460 करोड़ की धनराशि व्यय कीगई है। प्रदेश में आयुष्मान कार्ड बनाना भी निशुल्क कर दिया गया है। यह दुनिया में स्वास्थ्य के क्षेत्र में सबसे बड़ी योजना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जवला योजना तथा स्वच्छ भारत जैसी योजना भी केन्द्र सरकार द्वारा संचालित की जा रही है जो कि समाज में एक नई क्रांति लाने का कार्य रही है। इसी तरह प्रधानमंत्री आवास योजना भी गरीबों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। यह सारी योजना अन्त्योदय भारत के स्वप्न को पूरा करती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी क्रम में जल जीवन मिशन योजना भी है। हमारी पूरी कोशिश है कि 2022 तक प्रदेश में इस योजना के तहत हर घर को जल की प्राप्ति हो सकेगी। हमने इस योजना के तहत प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में मात्र एक रूपये में तथा शहरी क्षेत्रों में 100 रूपये में कनेक्शन दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे युवा स्वयं को स्वरोजगार से जोड़कर रोजगार देने वाले बनें इसके लिये मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना आदि के तहत युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। प्रदेश में 24 हजार सरकारी पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया प्रारम्भ की गई है, सभी प्रक्रियायें जल्द ही पूर्ण की जायेंगी। 31 मार्च, 2022 तक जो भी भर्ती की परीक्षायें होंगी, उनमें कोई आवेदन शुल्क नहीं लिया जाएगा। युवाओं को समूह ‘ग’ की परीक्षा में शामिल होने के लिये अधिकतम आयु सीमा में एक साल की छूट दी गई है। उन्होंने कहा कि सरकार लाखों लोगों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर रही है। युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है, जिसके लिए जगह-जगह कैम्प लगाये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के कारण प्रदेश की आर्थिक गतिविधियां भी प्रभावित हुई है। पयर्टन, परिवहन, राफ्टिंग व्यवसाय को उभारने के लिए इन व्यवसायों से जुड़े लोगों को आर्थिक सहायता के रूप में 200 करोड़ का पैकेज दिया गया है। इसी प्रकार स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए राज्य सरकार ने 205 करोड़ का पैकेज दिया है। यह धनराशि सीधे उनके खाते में डीबीटी के माध्यम से जमा की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राज्य को आवश्यकतानुसार वेक्सीन उपलब्ध कराने में राज्य की बड़ी मदद की है। हमारा प्रयास राज्य के सभी लोगों को दिसम्बर, 2021 तक सभी का वैक्सीनेशन कराने का है। इस अवसर मुख्यमंत्री ने पं. दीनदयाल उपाध्याय सेवा प्रतिष्ठान के कार्यालय एवं शोध संस्थान आदि के लिये भूमि की व्यवस्था के सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही का भी आश्वासन दिया। समारोह को मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित करते हुए विश्व संवाद केन्द्र के निदेशक विजय ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय के जीवन यात्रा एवं विचार यात्रा के दो पक्ष है। उन्होंने अन्त्योदय एकात्म मानववाद एवं धर्म अधर्म के सम्बन्ध में पं. दीनदयाल के विचारों की स्पष्टता के साथ व्याख्या की। विजय ने कहा कि पं0 दीनदयाल का उत्तराखण्ड से भी गहरा सम्बन्ध रहा है।इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चन्द अग्रवाल एवं सांसद नरेश बंसल ने भी विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक हरवंश कपूर, मेयर देहरादून सुनिल उनियाल गामा, पं. दीनदयाल उपाध्याय सेवा प्रतिष्ठान की अध्यक्षा शुभा वर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष कैलाश पंत आदि उपस्थित थे।