देहरादून। भाजपा ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट का नाम अटल जी के नाम करने पर कांग्रेस के विरोध को औचित्य हीन और राज्य निर्माण भावना विरोधी करार दिया है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि एयरपोर्ट कमेटी का यह प्रस्ताव अटल जी के राज्य निर्माण में दिए योगदान के प्रति प्रदेशवासियों की श्रद्धांजलि है। इसके अतिरिक्त पार्टी मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष श्री भट्ट ने कांग्रेस के श्वेत पत्र, राज्य में संचालित अतिक्रमण हटाओ अभियान, नई शराब नीति, नारी महोत्सव समेत मीडिया के विभिन्न सवालों का जबाब दिये। श्री भट्ट ने कांग्रेस के विरोध को बेबुनियादी व राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा, यदि पूर्व पीएम भारत रत्न स्वर्गीय अटल विहारी वाजपेयी राज्य का निर्माण नही करवाते तो आज आरोप लगाने वाले कांग्रेसी इस तरह विपक्ष की भूमिका नही निभा रही होती। उन्होंने कटाक्ष किया, अपने कालखंड में वे नामांकरण अपने हिसाब से करते हमे कोई आपत्ति नही होती, लिहाजा अब उन्हें भी कोई आपत्ति नही होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस श्वेत पत्र के माध्यम से सकारात्मक सुझाव भेजे तो उसका स्वागत किया जायेगा। कांग्रेस मुद्दाविहीन है तभी अपनी भूमिका का निर्वहन करने के तरीके भी भूल चुकी है। जबकि भाजपा ऐसी पार्टी है जो 5 साल नही बल्कि प्रत्येक वर्ष अपनी सरकार के कामों का ब्यौरा जनता के सम्मुख रखती है। इसके अतिरिक्त पार्टी संकल्प पत्र के अनुसार भी सरकार ने काम किये है। जिस पर प्रदेश की जनता से आशीर्वाद भी मिला है। चाहे वह हरिद्वार पंचायत का पंचायत चुनाव हो या रुद्रप्रयाग का जनता ने कार्यो का आकलन कर भाजपा को अन्य पर तरजीह दी और आगे भी हमें भरोसा है लोकसभा व नगर निकाय चुनाव में भी पार्टी को जनता का विश्वास प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कमियां निकलने के बजाय अच्छे सुझाव इस पत्र के माध्यम से देने चाहिए क्योंकि अंततोगत्वा अमल तो सरकार को ही करना है।
उन्होंने कहा कि नई शराब नीति का मकसद प्रदेश राजस्व में वृद्धि व अवैध तस्करी रोकना है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है प्रदेश की आर्थिक सुदृढ़ता के लिए राजस्व वृद्धि करना एवं पड़ोसी राज्य से कीमत में अंतर से होने वाली तस्करी पर लगाम लगाना। उन्होंने व्यंग किया हम अन्य सरकारों की तरह शराब तस्करों से मिलकर किसी विशेष ब्रांड की ब्रांडिंग नहीं करते। भट्ट ने कहा कि सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण को हटाना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। प्रदेश में जारी अवैध अतिक्रमण पर होने वाली कार्यवाही को लेकर उन्होंने कहा यदि आरोप लगाने वाले राजनीतिक दलों ने सत्ता में रहते अतिक्रमण को शह नहीं दी होती तो आज ऐसी दिक्कत नहीं होती। फिलहाल सरकार न्यायालय के आदेशों का अनुपालन कर रही है और इसके बाद भी जो भी व्यक्ति केंद्र एवं राज्य सरकारों की आवास एवं अन्य योजनाओं के दायरे में आएंगे उन्हें सभी जरूरी मदद दी जाएगी। उन्होंने कहा कि चैत्र नवरात्र को नारी महोत्सव के रूप में मनाना धार्मिक परंपराओं एवं मातृशक्ति का सम्मान है। उन्होंने इस घोषणा के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का आभार व्यक्त करते हुए कहा राज्य निर्माण से लेकर राज्य के विकास तक प्रत्येक क्षेत्र में मातृशक्ति की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण रही है। ऐसे में सरकार के ऐलान के साथ-साथ पार्टी का कार्यकर्ता भी प्रदेश में मौजूद देवी मंदिरों पर होने वाले कार्यक्रमों में सहभागिता करेंगे।