उत्तरकाशी । जिले में चारधाम यात्रा फिर से जोर पकड़ रही है। यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम में गत दिन छः हजार से अधिक श्रद्धालुओं का आगमन हुआ। इसके साथ ही इन दोनों धामों में इस यात्रा काल में आगंतुक श्रद्धालुओं का आंकड़ा बारह लाख की संख्या को पार कर गया है। इस बार दोनों धामों में हेली सेवाओं के जरिए भी बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों का आवागमन हो रहा है। जिसे देखते हुए प्रशासन के द्वारा यात्रा से जुड़े इंतजामों को चाक-चैबंद करने के साथ ही यात्रा को सुरक्षित व सुव्यस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं।
मानसून की विदाई के दौर में यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम में तीर्थयात्रियों का आवागमन बढने के धामों के साथ ही यात्रा मार्गों व पड़ावों पर चहल-चहल दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। गत दिन यमुनोत्री में 2724 तथा गंगोत्री में 3294 श्रद्धालुओं का पदार्पण हुआ। इसके साथ ही इस यात्रा काल में यमुनोत्री में 560035 एवं गंगोत्री में 642481 श्रद्धालुजन पहॅॅुंच चुके हैं और दोनों धामों में अभी तक कुल 1202516 तीर्थयात्रियों का आगमन हो चुका है।
तीर्थयात्रियों की संख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि को देखते हुए प्रशासन के द्वारा यात्रा से जुड़े इंतजामों को चुस्त-दुरस्त करने के साथ ही यात्री सुविधाओं व सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चैबंद करने तथा यातायात व्यवस्था को सुचारू व सुव्यवस्थित बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यात्रा व्यवस्था से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों को इस बावत हिदायत जारी करते हुए कहा है कि चारधाम यात्रा को सुखद, सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए सभी जरूरी प्रबंध सुनिश्चित किए जांय।
प्रशासन के द्वारा चारधाम यात्रा के लिए सड़कों को सुचारू बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया गया है। यात्रा से जुड़ी सड़कों को सुचारू बनाए रखने के लिए जिल में बीआरओ, राष्ट्रीय राजमार्ग खंड तथा लोक निर्माण विभाग के अधीन 47 जेसीबी, 7 डोजर, 8 पोकलेन एवं 8 अन्य मशीनें तैनात की गई हैं। वर्षाकाल में अनेक स्थानों पर बार-बार भूस्खलन होने एवं सड़कों पर चट्टान गिरने व भारी मात्रा में मलवा आने बावजूद यात्रा मार्गों को खोलने की कार्रवाई दिन-रात जारी रही और अवरूद्ध सड़कों को कुछ ही घंटों में अंतराल में यातायात हेतु खोला जाता रहा। जिसके परिणामस्वरूप इस साल किसी भी दिन यात्रामार्गो पर दिन भर के लिए कभी भी यातायात बाधित नहीं होने दिया गया और धामों पर प्रत्येक दिन श्रद्धालुओं की आवाजाही होती रही।
प्रशासन के द्वारा यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग का सुधार किए जाने की भी कार्रवाई की गई है और भंडेलीगाड के वैकल्पिक पैदल मार्ग का भी वन विभाग के माध्यम से सुधार करवाया जा रहा है। सड़क मार्ग के साथ ही हेलीकॉप्टर के जरिए भी यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम में बड़ी संख्या में यात्री पहॅूंच रहे हैं। यमुनोत्री धाम के लिए खरसाली में अनेक हेलीपैडों में सुबह से ही हेली सेवाओं की आवाजाही का सिलसिला इन दिनों फिर से जोर पकड़ने लगा है। उधर गंगोत्री धाम के लिए हर्षिल एवं झाला में बनाए गए सरकारी एवं निजी हेलीपैड्स में भी तीर्थयात्रियों को लेकर आने वाले हेलीकॉप्टर्स के फेरों की संख्या भी बढती जा रही है। यमुनोत्री व गंगोत्री यात्रा के इस रूझान को देखते हुए आने वाले दिनों में इन दोनों धामों में तीर्थयात्रियों की संख्या काफी बढने की संभावना है। जिसे देखते हुए प्रशासन के द्वारा आवश्यक प्रबंधन सुनिश्चित किए जा रहे हैं।