रुद्रप्रयाग। इस बार चारधाम यात्रा करने वाले श्रद्धालुओ में अभूतपूर्व वृद्धि देखने को मिल रही है। चारों धाम में श्रद्धालुओं की संख्या बढऩे के साथ ही यात्रा पड़ावों पर जाम की समस्या गहराने लगी है। रोजाना हजारों की संख्या में आ रहे यात्री वाहनों के लिए पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण पड़ावों पर तीन से चार किमी जाम लगना सामान्य बात हो गया है। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर फाटा से सोनप्रयाग और कुंड से गुप्तकाशी के बीच तो आए दिन दस किमी तक लंबा जाम लग जा रहा है। जाम की एक बड़ी वजह ट्रैफिक प्लान का प्रभावी ढंग से पालन न होना भी है। ऐसे में श्रद्धालु ही नहीं, स्थानीय निवासियों को भी खासी मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं। केदारनाथ यात्रा पड़ावों पर लगातार लग रहे जाम ने प्रशासन की चुनौतियां बढ़ा दी हैं।
बड़ी संख्या में आ रहे यात्री वाहनों के कारण गौरीकुंड हाइवे पर फाटा से सोनप्रयाग के बीच और कुंड से गुप्तकाशी के बीच कई-कई घंटे जाम लग रहा है। गुप्तकाशी, फाटा, सीतापुर, रामपुर, सोनप्रयाग, कुंड आदि यात्रा पड़ावों पर पार्किंग क्षमता कम होने से भी यह स्थिति पैदा हुई है। श्रद्धालुओं की संख्या बढऩे से इन दिनों केदारघाटी के विभिन्न पड़ावों पर तीन हजार के आसपास वाहनों में 20 हजार से अधिक श्रद्धालु प्रतिदिन विभिन्न पड़ावों पर पहुंच रहे हैं। लगभग इतने ही श्रद्धालु रोजाना दर्शन कर वापस भी लौट रहे हैं। ऐसे में व्यवस्थाएं बनाने में खासी मुश्किलें खड़ी हो रही हैं। हालांकि, जिला पंचायत की ओर से हाइवे पर खड़े वाहनों से भी पार्किग शुल्क लिया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि पार्किंग क्षमता से कहीं अधिक वाहनों के पहुंचने से मुश्किलें बढ़ी हैं। हालांकि, यातायात सुचारु करने के लिए पुलिस फोर्स लगातार कार्य कर रही है। केदारघाटी में फिलहाल 1745 छोटे-बड़े वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था है। इसमें 750 वाहन सोनप्रयाग, 450 वाहन सीतापुर, 50-50 वाहन रामपुर व फाटा, 45 वाहन गुप्तकाशी पर पार्क किए जा सकते हैं। इसके अलावा गौरीकुंड हाइवे पर सुरक्षित स्थानों में 400 वाहनों के पार्किंग की स्थायी व्यवस्था है। जबकि, जरूरत 4500 वाहनों के पार्किंग की है।