देहरादून। ऑनलाइन एस्कॉर्ट सर्विस (युवती) के फेर में एक आईटी कर्मचारी को चार लाख की चपत लग गई। पीड़ित को आरोपी ब्लैकमेल करते रहे और पैसे ऐंठते रहे। इससे परेशान होकर कर्मचारी ने नेहरू कॉलोनी थाने में रिपोर्ट लिखवा दी।
पुलिस ने बताया कि, ओल्ड नेहरू कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति ने बीती सात फरवरी को सुडको नाम की साइट देखी। वह आईटी कर्मचारी है। इस साइट पर मिले लिंक पर एस्कॉर्ट सर्विस के लिए संपर्क किया और ऑनलाइन 550 रुपये का भुगतान भी किया। इसके बाद उसे कुछ युवतियों की फोटो भेजी गई। पुलिस ने बताया कि, ओल्ड नेहरू कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति ने बीती सात फरवरी को सुडको नाम की साइट देखी। वह आईटी कर्मचारी है। इस साइट पर मिले लिंक पर एस्कॉर्ट सर्विस के लिए संपर्क किया और ऑनलाइन 550 रुपये का भुगतान भी किया। इसके बाद उसे कुछ युवतियों की फोटो भेजी गई।
पीड़ित को ईसी रोड स्थित एक होटल में बुलाया गया। वह मौके पर पहुंचा तो वहां कोई नहीं मिला। इसके बाद कॉल कर उससे कुछ और रकम जमा कराने को कहा गया। नौ मार्च को एक व्हाट्सऐप कॉल आई। आरोपी ने खुद को पुलिसवाला बताया और धमकाकर कहने लगा कि उसके खिलाफ जयपुर में लड़की खरीदने का केस दर्ज होने वाला है। उसने पीड़ित से यह मामला रफा-दफा कराने के नाम 90 हजार मांगे। पीड़ित ने यह रकम भी भेज दी। इसके बाद खुद को साइबर सेल अफसर बताकर आरोपियों ने फिर रकम मांगी। पीड़ित ने उनके खाते में 4.03 लाख रुपये जमा कर दिए। पीड़ित को छह अप्रैल को फोन कर गुजरात साइबर सेल में बुलाया गया। कहा गया कि वहां साइबर पुलिस ने गैंग पकड़ा है, जिसने उसके साथ ठगी की थी। बताया गया कि वह आकर केस दर्ज करवा दें। पीड़ित वहां गया और उस नंबर पर संपर्क किया तो कहा गया कि साइबर सेल आरोपियों के साथियों को पकड़ने उदयपुर चली गई है। पीड़ित को वहां से फिर बुलाया गया।