टिहरी बांध निर्माण की झील से भले ही पूरे देश की बिजली और सिंचाई की जरूरत पूरी हुई हो किंतु उत्तरकाशी जिले के चिनियालीसौड को इसका खामियाजा उठाना पड़ा ठीक उसी तरह आल वेदर सड़क निर्माण का भी खामियाजा भी अब चिन्यालीसौड़ के ग्रामीणों को उठाना पड़ रहा है दरअसल पीपल मंडी बाईपास नगर पालिका वार्ड संख्या 4, भट्ट मोहल्ले में जिला प्रशासन, बीआरओ और ठेकेदार के बीच ग्रामीणों से हुई वार्ता के बाद पुश्तैनी रास्तों को ठीक कर देने की बात तय हुुुई थी
अब दीवार निर्माण का काम पूरा होने के बाद ठेकेदार ने साफ तौर पर पुश्तैनी रास्ते निर्माण करने से इंकार कर दिया है सभासद नरेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि विगत 3 महीनों से चिन्यालीसौड़ के ग्रामीण रास्ता न होने से अपने खेती के काम और पशुओं के लिए चारा इत्यादि नहीं ला पा रहे हैं उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन सीमा सड़क संगठन और ग्रामीणों की मौजूदगी में इन सभी रास्तों को बनाकर देने की बात तय हुई थी जिससे अब ठेकेदार मुकर गया है ।
सभासद शशि कोठारी ने बताया कि ठेकेदार को सड़क निर्माण से ज्यादा पहाड़ी से निकल रहे पत्थरों को अपने क्रेशर में ले जाकर उसके व्यवसायिक उपयोग की ज्यादा चिंता दिखाई दे रही है ।
उन्होंने कहा कि कृषि योग्य भूमि के बीचो बीच क्रेशर चल रहा है जिसकी डस्ट से आसपास की खेतों में कुछ भी पैदा नहीं हो पा रहा है और किसानों की फसलों को सिर्फ जानवरों के चारे के लिए इस्तेमाल करना पड़ रहा है।
सामाजिक कार्यकर्ता सुमन बडोनी ने बताया कि सड़क निर्माण के साथ ग्रामीणों के पुश्तैनी बटिया और रास्ते का निर्माण नहीं हुआ तो एक बार फिर से चिनियालीसौड़ की जनता आंदोलन के लिए मजबूर होगी