जीरो टॉलरेन्स पर सख्त त्रिवेंद्र।
भृस्टाचार को बताया अराजकता की माँ।
टीन आईएएस पर गाज गिरने के दिये संकेत।
गिरीश गैरोला।
जीरो टॉलरेन्स और डबल इंजिन सरकार जैसे टॉपिक पर फजीहत झेलने के बाद अब एनएच 74 पर सख्त फैसले लेने का संकेत देकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने इशारा कर ही दिया कि बार बार मीडिया के सवाल कि बड़ी मछलियों पर कार्यवाही होगी कि नही , उनका रुख अब साफ है।
इंडिया न्यूज के देहरादून में आयोजित कार्यक्रम मंच पर बोलते हुए सीएम रावत ने कहा कि उनसे अक्सर ये सवाल पूछा जाता है कि प्रदेश में लोकायुक्त कब बनेगा और पूर्व कि तरह आज भी वे मानते है कि बिना लोकायुक्त के भी जीरो टॉलरेन्स बनाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि एनएच 74 मामले में जमीन का लैंड यूज़ बदल कर 20 गुना अधिक मुआवजा दे दिया गया था और आज सरकार की सख्ती और जीरो टॉलरेन्स का ही आलम है कि लोग जेल के डर से करोड़ों रु वापस लौटने की पेशकश खुद उनसे ही कर चुके है और ऐसा पहली बार हुआ है।
सीएम त्रिवेंद्र ने आंकड़े की बाजीगरी से प्रदेश में विकास के पैमाने दिखाए किन्तु उत्तराखंड के साथ ही बने अलग राज्यो की तुलना में विकास की धीमी रफ्तार पर वे कोई ठोस जबाब नही दे सके।