मुख्यमंत्री ने ली सड़क हादसे में घायल की सुध।
प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री को लेकर विधायक गंगोत्री पहुँचे मैक्स हॉस्पिटल।
गंगोत्री हाईवे पर हादसे में एक मात्र जिंदा बची मीनाक्षी का मैक्स में चल रहा उपचार।
हादसे में अपने माँ बाप खो चुकी है मीनाक्षी।
सड़क हादसे में एक ही इलाके से 14 लोगो की हुई थी मौत।
गिरीश गैरोला , देहरादून।
जन्माष्टमी के मौके पर गंगोत्री दर्शन कर लौट रहे उत्तरकाशी के भंकोली गाँव के 14 लोगो की सड़क हादसे में जान चली गयी थी। हादसे के बाद जिंदा बची एकमात्र घायल मीनाक्षी का मैक्स में हालचाल जानने के बाद गंगोत्री विधायक गोपाल रावत मुख्यमंत्री को साथ लेकर घायल बालिका के पास मैक्स पहुँचे और इलाज में हर संभव मदद का भरोसा दिया।
गुरूवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मैक्स अस्पताल में पहुंचकर उत्तरकाशी में वाहन दुर्घटना में गंभीर घायल मिनाक्षी रावत के स्वास्थ्य की जानकारी चिकित्सकों से ली।
बुधवार को गंगोत्री विधायक गोपाल रावत ने मैक्स अस्पताल पहुंचकर घायल मिनाक्षी रावत की स्वास्थ्य की जानकारी ली थी। बुधवार शाम को ही सिंगापुर से लौटे माननीय मुख्यमंत्री जी को भी इस संबंध में अवगत कराया। गुरुवार को मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट , सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत जी के साथ फिर से मैक्स अस्पताल पहुंचकर दुर्घटना में घायल बिटिया का हाल जाना। उपचार कर रहे वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉ. एके सिंह से घायल की स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने मिनाक्षी के उपचार में हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। दुर्घटना में अपने माता पिता को गंवा चुकी मिनाक्षी के शीघ्र स्वस्थ्य होने को भगवान से प्रार्थना की। विधायक गंगोत्री ने बताया कि भंकोली गांव के परिवारों पर गिरे इस वज्रपात से वे स्तब्ध है और इस दुख की घड़ी में वे मृतकों के परिजनों के साथ खड़े हैं। उन्होंने बताया कि इस हादसे के लिए किसी को जिम्मेदार नही बताया जा सकता है , किन्तु भविष्य में इस तरह के हादसों में नुकसान को कम से कम करने के प्रयास अवश्य किये जाने चाहिए। आपदा के बाद मैनजमेंट में और अधिक कुशलता के लिए मॉक ड्रिल की जाएंगी। इसी कड़ी में उन्होंने जिला अस्पताल उत्तरकाशी को आधुनिक आईसीयू की सुविधा पर शीघ्र काम करने की बात कही।
इधर घायल बालिका को मिलने वाली राहत राशि के समुचित उपयोग के लिए सरकारी मदद को बालिका के खाते में डालने की बजाय उसके भाई के खाते में विशेष अनुमति के बाद डाला गया है। एसडीएम भटवाडी देवेंद्र नेगी ने बताया कि घायल बालिका बैंक से धन का लेनदेन करने की हालत में नही है लिहाजा ये व्यवस्था बनाई गई है ताकि घर से बाहर इलाज के दौरान ये रुपये इसके काम आ सके।