देहरादून। एक तरफ देश प्रदेश और दुनिया कोरोना महामारी से कठिन लड़ाई लड़ रही है और दूसरी ओर कांग्रेस इस लड़ाई में सहयोग करना तो दूर बेतुके बयान देकर व्यवधान डालने का प्रयास कर रही है। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ देवेंद्र भसीन ने उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा प्रधानमंत्री रिलीफ फंड व मुख्यमंत्री राहत कोष आदि पर बयान बाजी पर अपनी प्रतिक्रिया में यह बात कही। उन्होंने कांग्रेस द्वारा प्रधानमंत्री रिलीफ फंड व मुख्य मंत्री राहत कोष का हिसाब माँगने पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पहले यह तो बताएँ कि कांग्रेस नेताओं द्वारा अपनी ओर से और पार्टी की ओर से कितनी राशि इन कोषों में दी गई है। इससे बड़ा मजाक और क्या होगा कि जो जनता के लिए चार आने तक की मदद नहीं कर रहे हैं वे हिसाब माँग रहे हैं। लेकिन जनता जो इसमें लगातार सहयोग कर रही है उसका भाजपा की केंद्र व राज्य सरकारों पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि जहाँ तक राशन का सवाल है तो पूरे प्रदेश में राशन वितरण किया जा रहा है, लेकिन अपने शासन काल में राशन के बड़े बड़े घोटाले कर चुकी कांग्रेस नेता जब बिना आधार राशन में गड़बड़ की बात करते हैं तो वे खुद ही हास्य के पात्र बन जाते हैं। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस नेताओं का हाल यह है कि वे लॉक डाउन के नियम भी तोड़ेंगे और कार्यवाही होने पर फिर नियम तोड़ कर धरना भी देंगे। स्थिति यह है रेल ट्रेक की दुर्भाग्य पूर्ण दुर्घटना कांग्रेस समर्थित सरकार के राज्य महाराष्ट्र जिस पर मजदूरों की देखभाल व वापसी की योजना बनाने की जिम्मेदारी है,में हुई, लेकिन उत्तराखंड कांग्रेस नेताओं ने केंद्र को जिम्मेदार ठहरा दिया। डॉ भसीन ने कहा कि कांग्रेस के उत्तराखंड से राष्ट्रीय पदाधिकारी फेक न्यूज चलाने से भी बाज नहीं आते। हरियाणा में उत्तराखंड की 29 नर्सों के संक्रमण की झूठी खबर का उदाहरण सबके सामने है। डॉ भसीन ने कहा कि कोरोना महामारी से इस समय चल रही जंग में कांग्रेस का रवैय्या बहुत गैरजिम्मेदाराना है और ऐसा लगता है कि कांग्रेस के लिए लोगों की जीवन रक्षा व उनकी देखभाल से ज्यादा महत्वपूर्ण राजनीति है।