देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत नाम का विरोध करने वाले ही भारत जोड़ो यात्रा की वर्षगांठ मना रहे हैं जो कि आश्चर्यजनक है। साथ ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत नाम देने वाले उत्तराखंड के कांग्रेसी नेताओं को इस अपमान पर कोई अफसोस नहीं होता है।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने विभिन्न माध्यमों से पूछे गए मीडिया के सवालों का ज़बाब देते हुए कहा कि देश का भारत नाम सनातनी संस्कृति की देन है। ऐसे में कांग्रेस समेत विपक्ष के जिन तमाम नेताओं को इस नाम पर तकलीफ है उसमे असल आपत्ति सनातनी संस्कृति से है। डीएमके, प्रियांक खड़गे के बाद अब कर्नाटक के गृह मंत्री समेत बिहार राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद के साथ प्.छ.क्.प्.।. गठबंधन के नेताओं में सनातन धर्म संस्कृति के अपमान की होड़ लगी हुई है। चूंकि भारत नाम इसी संस्कृति के ध्वजवाहक चक्रवर्ती सम्राट भारत की परंपरा को आगे बढ़ाता है और यही कारण है कि इस गठबंधन को भारत नाम से इतनी चिढ़ है।
श्री भट्ट ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा वह राजनैतिक लाभ के लिए ही भारत नाम का उपयोग करती है। क्योंकि जब उन्हें फायदा उठाना हो तो भारत जोड़ो यात्रा निकलते हैं और अब उसकी वर्षगांठ भी मना रहे हैं। लेकिन देश को भारत कहे जाने पर उन्हे आपत्ति है । उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को अपने सहयोगियों द्वारा भारत नाम की सरेआम आलोचना आपत्तिजनक नही लगती है । जबकि इस नाम का ऐतिहासिक और पौराणिक जुड़ाव उत्तराखंड के कोटद्वार स्थित कण्व आश्रम से रहा है । लेकिन स्थानीय कांग्रेसियों की नजर में राज्य की संस्कृति, परंपराएं और पहचान कोई मायने नहीं रखती है। यही वजह है कि वे अपनी राजनैतिक मकसद के लिए भारत नाम से यात्रा तो निकलते हैं, लेकिन उस नाम का सम्मान नहीं करते हैं। इस समूचे घटनाक्रम से एक बार फिर कांग्रेस का दोहरा और अवसरवादी चेहरा सबके सामने आया है ।