🌾 “सहकारिता से सशक्त होगा गांव — डॉ. धन सिंह रावत का बड़ा ऐलान, अब हर घर तक पहुंचेगा विकास!”
🧭 सब-हेडलाइन:
सहकारिता मंत्री ने रामलीला मैदान से दिया आत्मनिर्भरता का संदेश — कहा, ‘सहकारिता है ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़’ | डिजिटलाइजेशन और महिला सशक्तिकरण पर खास जोर

💥 ओपनिंग पैराग्राफ (Hook):
देहरादून के रामलीला मैदान में गुरुवार को सहकारिता का एक नया इतिहास लिखा गया। मेले के मंच से मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने जब कहा — “सहकारिता गरीब का सहारा है, गांव की ताकत है,” तो पूरा मैदान तालियों से गूंज उठा। सहकारिता विभाग द्वारा आयोजित यह भव्य मेला ग्रामीण आजीविका को नया जीवन देने का प्रतीक बन गया।
🎪 मेले में उमड़ा जनसैलाब — स्थानीय उत्पादों की चमक:
राज्यभर से आईं 30 से अधिक सहकारी समितियों और स्वयं सहायता समूहों ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई।
महिलाओं द्वारा बनाए गए जैविक उत्पाद, हस्तशिल्प और दुग्ध उत्पादों ने आगंतुकों का दिल जीत लिया।
डॉ. रावत ने प्रत्येक स्टॉल का निरीक्षण करते हुए कहा —
“हमारे पहाड़ी उत्पाद देश-दुनिया में नाम कमा सकते हैं, जरूरत है केवल मजबूत ब्रांडिंग और डिजिटल मार्केटिंग की।”
💻 डिजिटलाइजेशन और आत्मनिर्भरता पर जोर:
सहकारिता मंत्री ने कहा कि सरकार सहकारी समितियों के डिजिटलीकरण पर तेजी से काम कर रही है।
उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे रोजगार सृजन के लिए सहकारिता आंदोलन से जुड़ें —
“यह सिर्फ योजना नहीं, एक सामाजिक क्रांति है जो हर परिवार को आत्मनिर्भर बनाएगी।”
💰 घोषणाओं की बारिश — किसानों और महिलाओं के लिए खुशखबरी:
इस मौके पर डॉ. रावत ने 32.5 लाख के 10 चेक वितरित किए, माइक्रो एटीएम की स्थापना की घोषणा की और तीन-तीन उत्कृष्ट किसानों व स्वयं सहायता समूहों को सम्मानित किया।
इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं को 21 हजार से 1 लाख रुपये तक के “बिना गारंटी ऋण” देने की योजना की शुरुआत की।
🏦 नई शाखाएँ, नया भरोसा:
धारी काफनौल, संकरी और कोडधार में सहकारी बैंक शाखाएँ खोलने की घोषणा ने ग्रामीणों के चेहरों पर नई उम्मीदें जगा दीं।
सहकारिता मंत्री ने कहा —
“हम गांव को बैंक तक नहीं, बैंक को गांव तक ले जाएंगे।”
स्वदेशी शपथ और वंदेमातरम से गूंजा विद्यालय:
रामलीला मैदान से लौटकर मंत्री कीर्ति इंटर कॉलेज पहुँचे, जहाँ बच्चों के साथ स्वदेशी शपथ और वंदेमातरम का सामूहिक गान हुआ।
उन्होंने छात्रावास की मरम्मत और कंप्यूटर लैब के उच्चीकरण के निर्देश देकर शिक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
🌟 जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की उपस्थिति से बढ़ी शान:
इस आयोजन में गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान, जिलाध्यक्ष नागेंद्र चौहान, जिलाधिकारी प्रशांत आर्य, पुलिस अधीक्षक कमलेश सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम में ग्रामीण विकास, महिला सशक्तिकरण और आर्थिक आत्मनिर्भरता के प्रति सरकार की स्पष्ट प्रतिबद्धता झलकी।
🔚 अंतिम पंक्ति (Powerful Closing Line):
“जब गांव सशक्त होगा, तभी उत्तराखंड आत्मनिर्भर बनेगा — सहकारिता अब सिर्फ एक विचार नहीं, बल्कि विकास का नया आंदोलन है।”
