देहरादून। पूछताछ में हत्यारोपी ने बताया कि मृतक शिव कुमार 25 सितम्बर को ऋषभ गुप्ता के घर पर आया था, जहाँ पर ऋषभ गुप्ता, शुभम उर्फ खस्ता व आरोपी आशीष उर्फ पप्पू पहले से ही मौजूद थे। उन सब ने साथ मे बैठकर शराब पी, इस दौरान मृतक के पास रखे साढे तीन-चार हजार रुपये को लेकर उनका आपस मे झगडा हो गया और झगडे मे आरोपी ने मृतक शिव कुमार के सर पर डण्डे से वार किया जिससे मृतक वही गिर गया और ये तीनो मकान पर ताला लगाकर चले गये। पुलिस के पकड़े जाने के डर से उन्होंने तीन दिन तक मृतक के शव को कमरे में ही रखा। जब शव से बदबू आने लगी तो ऋषभ गुप्ता ने कोतवाली क्षेत्र से एक स्कूटी चोरी करी और उसी चोरी की स्कूटी से 27 सितम्बर की रात को तीनो ने मृतक शिव कुमार की बॉडी को एक कम्बल में लपेटकर लालपुल पर लगी जाली के टूटे हिस्से से नीचे नाले मे फेंक दिया और उसके बाद गाँधीग्राम सत्तोवाली घाटी से होते हुए वापस घर पर आ गये।