की धराली-हर्षिल में राहत के लिए प्रशासन का 24×7 कैंप”
बिजली, सड़क और संचार बहाली मिशन पर जिला प्रशासन का फोकस — लिमच्यागाड़ पुल भी हुआ सुचारू

🏔 आपदा के बीच DM का मोर्चा
धराली और हर्षिल में आई भीषण आपदा के बाद जिलाधिकारी प्रशांत आर्य पिछले 6 दिनों से ग्राउंड जीरो पर डटे हैं।
दिन हो या रात, DM लगातार प्रभावित इलाकों में कैंप कर हालात पर नज़र रख रहे हैं।
🌉 मुख्यालय से हर्षिल और फिर वापस मैदान में
आज दोपहर DM प्रशांत आर्य ने धराली-हर्षिल कैंप से जिला मुख्यालय पहुंचकर स्मार्ट कंट्रोल रूम में अधिकारियों और एजेंसियों को लिमच्यागाड़ पुल के त्वरित निर्माण के निर्देश दिए।
शाम होते ही वे दोबारा आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए रवाना हो गए।
⚡ तीनों कनेक्टिविटी पर मिशन मोड
DM के अनुसार —
“बिजली, सड़क और संचार — तीनों कनेक्टिविटी को प्राथमिकता पर बहाल किया जा रहा है।”
बिजली और संचार लगभग पूरी तरह सुचारू हैं, और सड़क संपर्क भी तेज़ी से बहाल हो रहा है।
🛠 स्वास्थ्य और आपूर्ति पर सख्त नज़र
प्रभावित लोगों को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए प्रशासन ने:
- स्वास्थ्य सेवाओं के उपकरण और दवाइयों का स्टॉक
- खाद्य आपूर्ति और आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त मात्रा
- राहत और पुनर्वास कार्यों की 24 घंटे निगरानी
सुनिश्चित की है।
🔚 प्रशासन की प्रतिबद्धता का सबूत
लिमच्यागाड़ पुल का चालू होना और इलाके में बिजली-संचार की बहाली,
ये सिर्फ कार्य नहीं — ये प्रशासन की प्रतिबद्धता और ज़मीनी हकीकत में बदलाव का प्रमाण है।
