उच्च स्तरीय समिति में उत्तराखंड चारधाम से नौ सदस्य नामित हुए।
सचिव धर्मस्व- तीर्थाटन की ओर से शासनादेश जारी हुआ।
देहरादून – चार धाम तीर्थ पुरोहितो के विरोध के बाद बीच का रास्ता तलास करते हुए राज्य सरकार ने चारो धामो से नामित सदस्यो की संख्या बढ़ा दी है | बोर्ड की तरफ से नामित सदस्यो के नाम की घोषणा करते हुए कहा गया है कि सभी सदस्यो से विचार विमर्श के बाद ही एक्ट मे संशोधन किए जा सकते है | हालांकि अब चार धाम कपाट बंद होने का समय पास है और कपाट बंद होते ही चार धाम की राजनीति 6 महीने के लिए ठंडे बस्ते मे चली जाएगी गौर करने वाली बात ये है कि इससे पहले ही राज्य मे विधान सावहा चुनाव सम्पन्न हो जाएंगे और फिर नयी सरकार ही इस पर कोई निर्णय ले सकेगी
उच्च स्तरीय समिति देवस्थानम विधेयक में उत्तराखंड शासन द्वारा उत्तराखंड के चारधामों से नौ तीर्थपुरोहितों/ हक हकूकधारियों / विद्वतजनों/ जानकारों को नामित कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि देवस्थानम बोर्ड पर हक हकूकधारियों के सुझाव सहमति विचार- विमर्श हेतु पूर्व राज्य सभा सांसद/ श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष रह चके श्री मनोहर कांत ध्यानी को अध्यक्ष मनोनीत कर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया।
आज धर्मस्व सचिव हरिचंद्र सेमवाल द्वारा जारी शासनादेश में चारों धामों से नौ सदस्य नामित हो गये है।
•श्री बदरीनाथ धाम से
श्री विजय कुमार ध्यानी,
श्री संजय शास्त्री एडवोकेट ( ऋषिकेश),
श्री रवीन्द्र पुजारी एडवोकेट (कर्णप्रयाग- चमोली)
•केदारनाथ से
श्री विनोद शुक्ला,
श्री लक्ष्मी नारायण जुगडान,
•गंगोत्री धाम से
श्री संजीव सेमवाल,
श्री रवीन्द्र सेमवाल,
• यमुनोत्री धाम से
श्री पुरुषोत्तम उनियाल,
श्री राजस्वरूप उनियाल
नामित हुए है।
शासनादेश में कहा गया है कि उत्तराखंड चारधाम देवस्थानय प्रबंधन बोर्ड के समस्त पहलुओं पर विचार विमर्श करने के लिए सभी पक्षों से विचार-विमर्श करने के उपरांत संस्तुति हेतु पूर्व राज्य सभा सांसद श्री मनोहर कांत ध्यानी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति में उपरोक्त सदस्यों को नामित किया गया है।
अनु सचिव प्रेम सिंह राणा ने बताया कि हरिचंद सेमवाल सचिव धर्मस्व -तीर्थाटन एवं धार्मिक मेला अनुभाग द्वारा आज सदस्यों के नामित किये जाने का शासनादेश जारी हुआ है।