देहरादून – जिलाधिकारी डाॅ आर राजेश कुमार की उपस्थिति में कलेक्टेªट सभागार में सिंचाई विभाग द्वारा गंगा के बाढ़ मैदानी परिक्षेत्रण का प्रजेंन्टेशन प्रस्तुत किया गया।
सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने जनपद में ऋषिकेश से हरिद्वार तक लगे गंगा क्षेत्र में बाढ़ के मैदान में अवरोध आदि को प्रतिबन्धित करने तथा उत्तराखण्ड बाढ़ मैदान क्षेत्र अधिनियम, 2012 के प्रावधानों के अनुरूप विभिन्न गतिविधियों के कुछ सीमा तक संचालित करने को अनुमति प्रदान करने अथवा न करने के सम्बन्ध में पूर्व में राष्ट्रीय हरित न्यायाधीकरण (एनजीटी) के दिशा-निर्देशों के क्रम में राष्ट्रीय जल विभाग संस्थान (एनआईएच) रूड़की, राजस्व विभाग, सिंचाई विभाग और अन्य सम्बन्धित विभागों और एजेंसियों के संयुक्त सर्वे में निकाले गये निष्कर्ष का विवरण प्रस्तुत किया गया। जिलाधिकारी ने इस सम्बन्ध में सिंचाई विभाग के अधिकारियों को गंगा फ्लड जोन से सम्बन्धित पूर्व में किये गये सर्वे तथा एनजीटी के गाइडलाईन के अुनरूप विवरण स्टडी करके आवश्यक कार्यवाही करते हुए शासन को रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिये।
इस दौरान बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई विभाग खण्ड देहरादून दिनेश चन्द्र उनियाल उपस्थित थे।