देहरादून–पर्यावरण सुरक्षा के नाम पर निर्माण में सुस्ती पर नाराजगी, अनुबंध उल्लंघन पर तलब हुई रिपोर्ट
देहरादून |
ऋषिकेश के लालपानी क्षेत्र में एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट के निर्माण में सुस्ती ने प्रशासन की नींद उड़ा दी। सोमवार को जिलाधिकारी ने स्थलीय निरीक्षण कर कार्यदाई संस्था को कड़ी फटकार लगाई। 240 मीट्रिक टन क्षमता वाले इस प्लांट का केवल 60% कार्य पूरा होने पर डीएम ने अनुबंध की पूरी रिपोर्ट तलब की और नगर आयुक्त को मशीन इंस्टॉलेशन में तेजी लाने के निर्देश दिए।

⚡ निर्माण में सुस्ती पर डीएम नाराज
जिलाधिकारी ने मौके पर स्पष्ट कहा—
“समय सीमा में कार्य पूरा न होने पर अनुबंध उल्लंघन माना जाएगा। कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
🏗️ कचरा निस्तारण का भविष्य इस प्लांट पर निर्भर
- प्लांट में एलटीपी मशीनें अभी इंस्टॉल नहीं हुई हैं।
- ठोस अपशिष्ट प्रोसेसिंग के लिए यह प्लांट क्षेत्र में स्वच्छता व्यवस्था को मजबूत करेगा।
- पर्यावरण संरक्षण के लिए यह परियोजना महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
📊 काम की समीक्षा और दिशा-निर्देश
निरीक्षण के दौरान डीएम ने मशीनरी, कचरा पृथक्करण व्यवस्था, लीचेट ट्रीटमेंट और संचालन योजना की जानकारी ली। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि:
- प्लांट निर्माण मानकों के अनुरूप हो।
- निर्धारित समय में कार्य पूरा कर प्लांट को जल्द संचालित किया जाए।
🏛️ स्थानीय प्रशासन की मौजूदगी
इस मौके पर महापौर शंभू पासवान, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, नगर आयुक्त गोपाल राम बिनवाल, परियोजना निदेशक विक्रम सिंह और कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
🔴 समय की मार, पर्यावरण की जरूरत
जिलाधिकारी का कहना है कि धीमी गति से काम न सिर्फ अनुबंध उल्लंघन है बल्कि पर्यावरण और जनता की सुरक्षा के लिए खतरा भी।
क्या यह प्लांट समय पर तैयार होगा और लालपानी क्षेत्र की स्वच्छता को नई दिशा देगा, या सुस्ती में विलंब और परेशानी बढ़ाएगा?
👉 स्वच्छता और पर्यावरण के लिए समय की आवश्यकता अब किसी बहाने की मोहताज नहीं।
