भूमि हस्तांतरण के मामलों का प्राथमिकता से निपटारा करने के डीएम ने दिये निर्देश

Share Now

देहरादून। जिलाधिकारी डॉ आर राजेश कुमार की अध्यक्षता में विकासभवन सभागार कलेक्टेªट में जनपद स्तरीय गंगा सुरक्षा समिति तथा रिस्पना पुनर्जीवन के कार्यों से सम्बन्धित बैठक आयोजित की गई। गंगा सुरक्षा समिति के कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने ऋषिकेश में गंगा सुरक्षा कार्यों से जुड़े विभागों से कार्यों की प्रगति का विवरण प्राप्त करते हुए सभी विभागों को निर्माण कार्यों और सौन्दर्यीकरण  के कार्यों की प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्माण निगम ऋषिकेश को निर्माण कार्यों में तेजी से प्रगति बढ़ाने, सिंचाई विभाग को सौंग नदी, खदरीमाफी और इसके इर्द-गिर्द बाढ सुरक्षा और चौनलाईजेशन के कार्यों की प्रगति बढ़ाने और पर्यटन विभाग को लक्कड़घाट में निर्माणधीन पॉन्ड को स्पोर्टस एक्टिविटी के नजरिये से विकसित करने के निर्देश दिये। उन्होंने वन विभाग को नवग्रह वाटिका निर्माण और विभिन्न कार्यों में भूमि हस्तांतरण के मामलों का प्राथमिकता से निपटारा करने के निर्देश दिये। उन्होंने नगर निगम ऋषिकेश को वन विभाग के समन्वय से शौचालय निर्माण और साफ-सफाई के कार्यों को लगातार बनाये रखने के निर्देश दिये।इस दौरान जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग को के.एफ.डब्लू के अन्तर्गत तत्काल आंगणन तैयार करते हुए रम्भा नदी के किनारे बापूग्राम के वन अधिनियम के मामले का निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होने खनन पट्टों व अवैद्य खनन पर प्रशासन एवं पुलिस का सहयोग लेकर छापेमारी करने को कहा। बैठक में समिति के सदस्य द्वारा सोंग नदी के किनारे भूमि को भू-कटाव से बचाने के प्रयास करने के निर्देश सिंचाई विभाग को दिए। साथ ही न्यूज बुलेटिन के प्रकाशन हेतु सभी संबंधितों के सुझाव प्राप्त करने का अनुरोध किया। बैठक में उत्तराखण्ड प्रदूषण कट्रोल बोर्ड के अधिकारियों को वायु प्रदूषण के साथ ही ध्वनि प्रदूषण पर रोक लगाने की उपायों हेतु कार्ययोजना बनाये जाने को कहा। उन्होंने पर्यटन विभाग, जल संस्थान, नगर निगमों को गंगा की सुरक्षा हेतु आवश्यक हेतु उठाने पर बल दिया।रिस्पना नदी के पुनर्जीवन के कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने पेयजल निगम, जल संस्थान, सिंचाई विभाग, एमडीडीए, वन प्रभाग देहरादून व मसूरी, नगर निगम देहरादून आदि विभागों से रिस्पना नदी के सुधारीकरण और सौन्दर्यीकरण के कार्यों को तीव्रगति से पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने जल संस्थान मसूरी व देहरादून को निर्देशित किया कि रिस्पना नदी के उपरी क्षेत्र से लेकर डाउनस्ट्रीम तक को समय-समय पर विजिट करें तथा देखें कि नदी में कहीं पर सीवरेज लिकेज तो नहीं हो रही है, ऐसा पाये जाने पर उसे तत्काल रोकने और सम्बन्धित संस्थान पर नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये। साथ ही रिस्पना और बिन्दाल नदी में सीधे गिरने वाले नालों को टैप करें। उन्होंने सिंचाई विभाग को रिस्पना, बिन्दाल तथा ऐसी अन्य नदियों में आवश्यकतानुसार बाढ़ नियंत्रण और चौनलाईजेशन के कार्यों को आवश्यकतानुसार पूरा करने के निर्देश दिये। इस दौरान बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, अध्यक्ष औद्योगिक प्रक्षेत्र पंकज गुप्ता, सिंचाई विभाग, जल संस्थान, पेयजल निगम के अधिशासी अभियन्ता सहित नगर निगम देहरादून व ऋषिकेश, वन विभाग, एमडीडीए सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!