🚨 “हरिद्वार में अवैध खनन पर बड़ा एक्शन! बद्री केदार स्टोन क्रेशर पर ₹21 लाख का जुर्माना” 🚨
👉 DM मयूर दीक्षित के निर्देश पर औचक निरीक्षण, ई-रवन्ना पोर्टल किया गया बंद
🛑 “जहां चल रही थी चुपचाप खुदाई, वहां अब ताले और सरकारी मुहर!”
हरिद्वार, 19 जून 2025 —
उत्तराखंड के खनन माफिया पर प्रशासन ने फिर कसा शिकंजा! हरिद्वार जिले की भगवानपुर तहसील के ग्राम बंजारेवाला ग्रन्ट में स्थित बद्री केदार स्टोन क्रेशर पर ₹21,16,800/- का भारी-भरकम अर्थदण्ड ठोंका गया है।
👉 खुदाई अवैध थी, खुदाई बहुत ज़्यादा थी — और जवाब में कार्रवाई भी उतनी ही तगड़ी!

🕵️♂️ DM के आदेश पर हुई छापेमारी, खुली पोल
17 जून को जब जिलाधिकारी मयूर दीक्षित को बंजारेवाला में अवैध खनन की शिकायत मिली, उन्होंने तुरंत टीम को मौके पर भेजा।
खनन अधिकारी मो. काजिम के नेतृत्व में की गई छानबीन में पाया गया कि क्रेशर परिसर के अंदर 10,080 टन आरबीएम (River Bed Material) अवैध रूप से निकाला जा चुका था।
📏 माप: 50 मीटर x 35 मीटर x 2 मीटर = 3500 घन मीटर = 10,080 टन!
यह आंकड़ा किसी मज़ाक का हिस्सा नहीं — यह नियम तोड़ने की हद को दर्शाता है।
📜 जुर्माना भारी, जवाबदेही अभी बाकी
उत्तराखंड की नई खनिज नियमावली के तहत, इस पहली अनियमितता पर रॉयल्टी का तीन गुना जुर्माना लगाया गया।
👉 जुर्माना राशि: ₹21,16,800/-
👉 स्टोन क्रेशर परिसर सीज
👉 ई-रवन्ना पोर्टल अस्थायी रूप से निलंबित
बद्री केदार स्टोन क्रेशर के मुंशी से मौके पर जवाब मांगा गया, लेकिन कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला।

🗣️ प्रशासन की सख्ती, जनता की उम्मीद
“कोई भी कितना भी बड़ा क्यों न हो, अवैध खनन नहीं चलेगा। उत्तराखंड की ज़मीन को खोदने वालों पर अब भारी पड़ेगा कानून,”
— एक स्थानीय निवासी की प्रतिक्रिया
सवाल ये भी है — क्या यह सिर्फ एक क्रेशर की कहानी है, या ऐसे कई और गड्ढे ज़मीन के साथ-साथ सिस्टम में भी खोदे जा रहे हैं?
🔚 अंत में सिर्फ एक सवाल — प्रकृति से चोरी कब तक?
प्रशासन की कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन यह तभी प्रभावी होगी जब यह सिलसिला लगातार चले।
खनिजों से कमाई करने वालों को समझना होगा — पहाड़ की शांति, उसकी मिट्टी से ऊपर नहीं।
✍️ Meru Raibar News — जहां आवाज़ बनती है न्याय की गूंज!
👉 अगली बार जब ज़मीन कांपे, तो समझिए — कोई क्रेशर नहीं, प्रशासन की सख्ती चल रही है।
