पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट आल वेदर रोड का पहला प्रोजेक्ट बीआरओ के नाम।
सीएम की मौजूदगी में नरेंद्र नगर बाय पास का हुआ लोकार्पण।
एनएच आयी डीसीएलबके सामने खिंचमडी एक बड़ी लकीर।
गिरीश गैरोला
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मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट आल वेदर रोड के पहले प्रोजेक्ट का पहला तोहफा बीआरओ ने देश के नाम समर्पित कर दिया है। उत्तराखंड के मुख्य मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक कार्यक्रम में प्रदेश के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह की मौजूदगी में इसे बटन दबाकर देश के नाम समर्पित किया।
सीमा सड़क संगठन के शिवालिक प्रोजेक्ट के चीफ इंजीनियर आशु सिंह राठौड़ अति विशिष्ट सेवा मैडल ने ऋषिकेश में इस कार्यक्रम के दौरान सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह, ए वी एस एम, वीएस एम, और ए डी जी बीआर मोहन लाल, बीएसएम की ओर से मुख्य अतिथियों के स्वागत में भरोसा दिलाया कि आने वाले समय मे बीआरओ की कार्य प्रणाली में और भी तेजी से सुधार देखने को मिलेगा। बीआरओ चीफ राठौड़ ने बताया कि बीआरओ अपनी वर्तमान कार्यप्रणाली में बदलाव करते हुए ईपीसी मोड़ पर काम करने की नीति में बदलाव करने जा रहा है और स्पीड के साथ कार्य पूरा करने की नीति पर काम कर रहे है।
आल वेदर रोड प्रोजेक्ट के अंतर्गत चार धाम यात्रा मार्ग पर नरेंद्र नगर के पास 5 किमी लंबे बाय पास के निर्माण के उद्घाटन मौके पर बीआरओ चीफ राठौड़ ने बताया कि पूर्व में ये सिंगल लेन मार्ग जीर्ण शीर्ण हालात में था और नरेंद्र नगर टाउनशिप में अक्सर ट्रैफिक जाम की स्थिति बन रही थी। भारत के रक्षा मंत्रालय द्वारा आवंटित 22 करोड़ की धनराशि में बीआरओ ने पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट का पहला तोहफा 2019 के आने से पूर्व देश को समर्पित किया है। यह डबल लेन बाय पास एन एच डीएल मनको पर आधारित है जिसमे सड़क सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है इसके अलावा और जगह जगह पर पब्लिक यूटिलिटी और व्यू पॉइंट भी विकसित किये गए है। इस बाय पास में सड़क के किनारे पर्याप्त संख्या में पेड़ लगाए गए है। इतने सुंदर बाय पास निर्माण के लिए उन्होंने पूरी टीम को बधाई दी।
गौर तलब है कि गंगोत्री इलाके मे 36 बीआर टीएफ और बद्रीनाथ इलाके में 21 बीआर टीएफ कार्य कर रही है जिसको शिवालिक परियोजना नियंत्रित करती है।
https://youtu.be/6nT9jrY7gfk
आल वेदर रोड प्रोजेक्ट को अलग अलग हिस्सों में देश की नामी गिरामी कंस्ट्रक्शन कंपनिया निर्मित करने जा रही है किंतु इस उत्तराखंड के इस ड्रीम प्रोजेक्ट के पहले हिस्से को शानदार तरीके से पेश कर बीआरओ ने अन्य निर्माणदायी संस्थाओ के सामने एक बड़ी लकीर तो खींच ही दी है।