आंदोलन के बल पर मायावती को पराजित करने वाले डॉक्टर केपी यादव को याद कर बोले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव

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डॉक्टर केपी यादव का पूरा जीवन अन्याय के विरूद्ध संघर्ष करते बीता: अखिलेश यादव,
गौराबादशाहपुर (जौनपुर) समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रविवार धर्मापुर क्षेत्र के उतरगांवा ग्राम में गो सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर केपी यादव के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें नमन करते हुए कहा कि डॉक्टर केपी यादव जी का पूरा जीवन अन्याय के विरूद्ध संघर्ष करते बीता। जीवन भर वे गरीबों, किसानों, नौजवानों, विद्यार्थियों, वंचितो, सामाजिक न्याय के हक और सम्मान के लिए आवाज बुलंद करते रहे। जनहित के मुद्दों पर वे आगे बढ़कर मोर्चा संभालते थे।

अंकित तिवारी


सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लोकतंत्र के प्रखर समर्थक डॉक्टर केपी यादव ने हमेशा सत्ता के अहंकार को चुनौती दी। यूपी की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती को सीरगोर्धन बनारस आंदोलन के बल पराजित कर उन्होंने लोकतंत्र का नया इतिहास रचा था। सपा की सरकार में यूपी गो सेवा आयोग के अध्यक्ष रहते उन्होंने गांव-गरीब तक पशु चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की थी। वे जन्मजात विद्रोही थे। जातीयता, साम्प्रदायिकता के खिलाफ थे। समाजवादी आंदोलन में उन्हें सपा के गार्जियन पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के कर्मपक्ष का प्रतिनिधि माना जाता है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा डॉक्टर केपी दलितों एवं पिछड़ों के लिए समाज में गैरबराबरी, ऊंच नीच, छुआछूत तथा सामाजिक न्याय की लड़ाई जीवन पर्यंत लड़ते रहे। केपी ने राजनीतिक संघर्ष को जहां वैचारिक स्तर पर धारदार बनाया वही विचार एवं व्यवहार से कार्यकर्ताओं को जोड़े रखा।
उन्होंने कहा समाजवादी पार्टी के वर्करों को यूपी की तकदीर बदलनी है तो भारी बलिदानों के लिए तैयार रहना होगा। समाजवादियों को राष्ट्रीय मुद्दों पर बहस चलानी चाहिए। सिर्फ नेताओं के भाषण सुन लेने भर से सामाजिक – आर्थिक परिवर्तन की राजनीति नहीं गरमाएगी ।
जनता भूख और भाजपा के झूठ की मार सहते- सहते सो गई है । जनता को जगाने की जरुरत है । यह काम समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को ही करना है । भेदभाव के बारे में सोचोगे तो दिमाग गरम हो जायेगा , तब गरीबों, किसानों, छात्रों और नौजवानों की लड़ाई लड़ सकोगे।

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